यूथ इंडिया संवाददाता
फर्रुखाबाद। माफिया अनुपम दुबे के गुर्गे विमलेश दुबे, अनूप राठौर, रच्छू ठाकुर और उनके अन्य साथियों पर मुकदमा दर्ज होने के बाद भी पुलिस की ढिलाई के चलते उनके हौसले बुलंद होते जा रहे हैं। इन अपराधियों पर दर्ज मामले के बावजूद, पुलिस ने अभी तक उनके खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है। यह स्थिति आम जनमानस में असंतोष और डर का माहौल पैदा कर रही है, वहीं सोशल मीडिया पर भी इनकी दबंगई साफ दिखाई दे रही है।
विमलेश दुबे और उनके साथियों की गतिविधियां सोशल मीडिया पर सक्रिय रूप से देखी जा रही हैं, जहां वे अपनी ताकत और हनक का प्रदर्शन कर रहे हैं। लोग इनकी दबंगई से खौफज़दा हैं, और इसे लेकर प्रशासन की निष्क्रियता पर सवाल उठ रहे हैं।
कई पीडि़त अपने मामलों को लेकर लगातार शिकायतें कर रहे हैं, लेकिन पुलिस की ओर से अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। जिम्मेदार अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा, लेकिन इसके बावजूद गिरफ्तारी की कोई योजना नहीं बनाई गई है।
पुलिस द्वारा अब तक की गई कार्रवाई बेहद हल्की साबित हुई है, जिसके कारण आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं और अपराधियों के हौसले और बढ़ रहे हैं। लोग अब पुलिस से त्वरित और सख्त कार्रवाई की उम्मीद कर रहे हैं, ताकि क्षेत्र में शांति और सुरक्षा कायम हो सके। फर्रुखाबाद में पिछले छह महीनों में माफिया अनुपम दुबे और उनके गुर्गों के खिलाफ दर्ज कुल मामलों की संख्या 15 है, जिनमें से सिर्फ 3 मामलों में गिरफ्तारी हुई है। इसके अलावा, 12 मामलों में अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। इस दौरान, लगभग 50 से अधिक पीडि़तों ने पुलिस से न्याय की गुहार लगाई है, लेकिन उन्हें अब तक निराशा ही हाथ लगी है।
स्थानीय पुलिस अधिकारियों का कहना है कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए जल्द ही योजना बनाई जाएगी और कानून का पालन करते हुए सख्त कदम उठाए जाएंगे। हालांकि, अब तक के हालात से जनता में निराशा का माहौल बना हुआ है। पुलिस की इस सुस्त कार्यशैली पर लोग सवाल उठा रहे हैं और जल्द कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। फर्रुखाबाद में इस मामले को लेकर बढ़ती चिंता और असंतोष को देखते हुए, पुलिस की जल्द और प्रभावी कार्रवाई न केवल कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए आवश्यक है, बल्कि जनता के विश्वास को बहाल करने के लिए भी जरूरी है।