कानपुर। उत्तर प्रदेश में माफिया अखिलेश दुबे से जुड़े एक बड़े प्रॉपर्टी विवाद में एक पुलिस अधिकारी की गिरफ़्तारी ने हड़कंप मचा दिया है। इंस्पेक्टर सभाजीत मिश्रा को गिरफ्तार किया गया है, जिस पर मोइनुद्दीन आसिफ जाह की करीब 300 करोड़ रुपए की प्रॉपर्टी को कब्जाने में मुख्य भूमिका निभाने का आरोप है।
पुलिस और प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार, मोइनुद्दीन आसिफ जाह की संपत्ति को जबरन कब्जाने का काम अखिलेश दुबे के सहयोगियों ने किया था। इस मामले में इंस्पेक्टर सभाजीत मिश्रा का नाम सामने आया, जो इस प्रॉपर्टी कब्जे की योजना में मुख्य भूमिका निभा रहा था। मामले की जांच के दौरान उसकी संलिप्तता उजागर हुई।
अखिलेश दुबे वर्तमान में जेल में हैं। उनके कई सहयोगी पुलिसकर्मी पहले ही इस मामले में सस्पेंड हो चुके हैं। इंस्पेक्टर सभाजीत मिश्रा की गिरफ्तारी इस कड़ी कार्रवाई का हिस्सा है, जो माफिया और उसके समर्थक पुलिसकर्मियों के खिलाफ चल रही है।
अधिकारियों ने बताया कि इस मामले में कानूनी कार्रवाई तेज कर दी गई है। इंस्पेक्टर सभाजीत मिश्रा से पूछताछ जारी है और आवश्यक सबूत जुटाने के लिए अन्य पुलिसकर्मियों और संबंधित लोगों की भी जांच की जा रही है।
यह मामला पुलिस और माफिया के संबंधों की जांच में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। मोइनुद्दीन आसिफ जाह की बड़ी संपत्ति पर अवैध कब्जे के आरोप ने प्रशासन और राज्य सरकार के सामने गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। अधिकारियों का कहना है कि ऐसे मामलों में किसी भी स्तर पर संरक्षण नहीं दिया जाएगा और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।