मथुरा जेल में निरुद्ध माफिया अनुपम दुबे (Anupam Dubey) का छोटा भाई अनुराग दुबे (Anurag Dubey) उर्फ डब्बन सुप्रीम कोर्ट की गिरफ्तारी से रोक के आदेश के बाद रविवार को बयान दर्ज कराने मऊदरवाजा थाने पहुंचा। इस दौरान वह रास्ते से फेसबुक लाइव करता रहा। एक घंटा छह मिनट थाने में तीन मुकदमों में बयान दर्ज कराने के बाद कार से निकल गया। मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचने और यूपी के डीजीपी को लताड़ के बाद पुलिस ने खास सतर्कता बरती। ऐसा लगा जैसे पुलिस वालों की घिग्घी बंधी रही। पुलिस ने वीडियोग्राफी के साथ ड्रोन से निगरानी भी कराई।
सुभाष नगर बजरिया मोहल्ला निवासी शकुंतला देवी ने अनुराग दुबे उर्फ डब्बन के खिलाफ मऊदरवाजा थाने में रंगदारी मांगने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसके अलावा इंस्पेक्टर आमोद कुमार सिंह ने अनुराग के खिलाफ एक मुकदमा कोर्ट में हाजिर न होने का दर्ज कराया था। उपनिरीक्षक मोहित मिश्रा ने कुर्क हुआ ट्रैक्टर, बाइक न देने का मुकदमा दर्ज कराया था। इन तीनों मुकदमों में अनुराग के बयान होने थे। तीन दिन पहले सुप्रीम कोर्ट ने अनुराग की याचिका पर पुलिस को सख्त निर्देश देते हुए गिरफ्तारी पर रोक लगाई थी।
सुप्रीम कोर्ट से मिली राहत के बाद रविवार दोपहर दो बजे अनुराग कार से साले आशीष के साथ बयान दर्ज कराने थाने पहुंचा। थानाध्यक्ष के कक्ष में जाकर विवेचक उपनिरीक्षक बलवीर सिंह व नरसिंह ने मुकदमों में बयान लिए। बयान देने के बाद निकल गया। थाने पहुंचने से पहले और बाद तक वह फेसबुक पर लाइव रहा। तय समय दोपहर दो बजे वह थाने पहुंच गया था और एक घंटे बाद चला गया।
बोला-परिवार का उत्पीड़न हुआ
मऊदरवाजा थाने में बयान देने के बाद अनुराग दुबे ने मीडिया को एक पत्र भी सौंपा। जिसमें परिवार के उत्पीड़न और फर्जी मुकदमों में फंसाने का आरोप लगाया। लिखा कि सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के कारण ही वह तीन वर्ष बाद अपनी बूढ़ी मां और परिवार से मिल पा रहा हूं।
थाने में छूट गया था मोबाइल
थाने में बयान दर्ज कराने के बाद अनुराग दुबे निकल गया लेकिन उसका मोबाइल थाने में ही छूट गया। उसने कार वापस कराई और मोबाइल लेने थाने पहुंचा। एक पुलिस कर्मी मोबाइल लेकर आया और उसे सौंप दिया।