लखनऊ: “विज्ञान है भविष्य का रास्ता” — इसी संदेश के साथ आज राजधानी लखनऊ के मदरसा (Madrasas) दारुल उलूम वारसिया में पूर्व राष्ट्रपति डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम की जयंती के अवसर पर भव्य विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में प्रदेश के राज्य मंत्री दानिश आज़ाद अंसारी बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। इस अवसर पर मदरसा बोर्ड की रजिस्ट्रार अंजना सिरोही भी मौजूद रहीं।
कार्यक्रम में 20 से अधिक मदरसों के छात्रों ने अपने-अपने विज्ञान मॉडल और प्रोजेक्ट्स प्रदर्शित किए। इनमें रोबोटिक्स, सोलर एनर्जी, वाटर प्यूरीफिकेशन और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसे मॉडल ने सबका ध्यान आकर्षित किया।
राज्य मंत्री दानिश आज़ाद ने कहा — “डॉ. कलाम ने यह साबित किया कि शिक्षा और विज्ञान किसी धर्म, जाति या सीमा में नहीं बंधते। आज का दिन युवाओं को नवाचार और राष्ट्र निर्माण की प्रेरणा देने वाला है।” मदरसा वारसिया के प्रबंधक ने बताया कि हर वर्ष इस तरह की प्रदर्शनी आयोजित की जाएगी ताकि मदरसा छात्रों में विज्ञान के प्रति रुचि और प्रयोगात्मक सोच को प्रोत्साहन मिले।


