अनुदानित मदरसों में शिक्षकों की भर्ती अब चयन आयोग से होगी, पाठ्यक्रम में भी बदलाव की तैयारी

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने अनुदानित मदरसों में शिक्षकों की नियुक्ति का अधिकार प्रबंधतंत्र से वापस लेने की तैयारी शुरू कर दी है। अब इन मदरसों में शिक्षकों की भर्ती उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग के माध्यम से कराई जाएगी। इसके लिए अल्पसंख्यक कल्याण विभाग ने प्रस्ताव तैयार कर लिया है, जिसे शीघ्र ही राज्य कैबिनेट की बैठक में प्रस्तुत किया जाएगा।

वर्तमान में प्रदेश के 13,329 मान्यता प्राप्त मदरसों में लगभग 1.23 लाख छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं। इनमें से 560 मदरसे राज्य सरकार से अनुदानित हैं, जहां 9,889 शिक्षक कार्यरत हैं। इन शिक्षकों को प्रदेश सरकार द्वारा सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों के अनुसार वेतन और सुविधाएं दी जाती हैं। अभी तक इन मदरसों में शिक्षकों की भर्ती का अधिकार मदरसों के प्रबंधतंत्र के पास है, लेकिन शासन अब यह अधिकार राज्य चयन आयोग को देने जा रहा है।

सूत्रों के अनुसार, मदरसा शिक्षा में सुधार के लिए गठित निदेशक अल्पसंख्यक कल्याण समिति ने अपनी संस्तुतियां शासन को भेज दी हैं, जिसके आधार पर यह प्रस्ताव तैयार हुआ है। साथ ही, मदरसा पाठ्यक्रम में भी बदलाव की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है, ताकि विद्यार्थियों को आधुनिक शिक्षा से जोड़ा जा सके।

इधर, प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों और कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में पढ़ने वाले छात्रों के लिए अरविंद राष्ट्रीय इतिहास निबंध प्रतियोगिता-2025 आयोजित की जा रही है। यह प्रतियोगिता भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय और फाउंडेशन फॉर इंडियन हिस्टोरिकल एंड कल्चरल रिसर्च के सहयोग से 10 से 15 दिसंबर 2025 तक होगी। प्रतियोगिता का उद्देश्य विद्यार्थियों में देशभक्ति, अभिव्यक्ति क्षमता और इतिहास के प्रति रुचि बढ़ाना है। इसमें कक्षा 7वीं, 8वीं और 9वीं के छात्र-छात्राएं भाग लेंगे।

इसके साथ ही, बेसिक शिक्षा विभाग ने बीएड डिग्रीधारक शिक्षकों के लिए छह माह का ब्रिज कोर्स शुरू करने की तैयारी की है। यह कोर्स राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान (एनआईओएस) के माध्यम से ऑनलाइन कराया जाएगा। सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार यह प्रशिक्षण अनिवार्य किया गया है, ताकि बीएड धारक शिक्षक प्राथमिक शिक्षक के रूप में योग्य बन सकें।

इस कोर्स का पहला चरण दिसंबर 2025 से 30 मई 2026 तक चलेगा। प्रदेश में लगभग 30 हजार बीएड शिक्षकों को यह प्रशिक्षण पूरा करना होगा। इसके लिए एनआईओएस का पोर्टल खोला गया है, जहां शिक्षक ऑनलाइन पंजीकरण करा सकते हैं।

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