लखनऊ: भारत (India)के प्रधानमंत्री द्वारा वर्ष 2025 तक देश को TB (क्षय रोग) से मुक्त किये जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है जिसके क्रम में राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम अन्तर्गत विविध गतिविधियां संचालित की जा रहीं हैं। जिसमें जनभागीदारी सुनिश्चित करते हुए समाज के सभी वर्गों को अभियान का हिस्सा बनाकर टीबी रोगियों (TB patients) की पहचान व उनका इलाज शुरू कराएँ जाने के उद्देष्य के साथ जनपद की मलिन बस्तियों बेसहारा और झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले लोगों, अनाथालय वृद्धाश्रम कारागार मदरसा इत्यादि सघन आवासित क्षेत्रों में टीबी की स्क्रीनिंग के लिए 16 से 30 जून 2025 तक विशेष अभियान प्रारम्भ किया गया है।
अभियान का शुभारम्भ मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एन.बी. सिंह ने नगरीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र रेड क्रॉस लखनऊ में फील्ड टीमों को हरी झण्डी दिखाकर क्षेत्र में रवाना करते हुए किया गया। टीबी स्क्रीनिंग के अभियान का शुभारम्भ करते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा बताया गया कि इस अभियान में 10 प्रकार की चिन्हित उच्च जोखित वाली जनसँख्या वाले क्षेत्रों में टीबी की स्क्रीनिंग की जाएगी। उच्च जोखिम वाली जनसंख्या में 60 वर्ष से अधिक आयु के लोग, कुपोषित डायबिटीज के रोगी, एचआईवी ग्रसित लोग, इलाज पूरा करा चुके टीबी रोगी, इलाज करा रहे टीबी रोगियों के साथ रहने वाले लोग, वृद्धाश्रम निर्माणाधीन भवन ईंट भट्टे पर काम करने वाले लोग, कारागार व मलिन बस्तियों में रहने वाले लोग शामिल हैं।
फील्ड की टीमों को सम्बोधित करते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा बताया गया कि माननीय प्रधानमंत्री जी के सपने को साकार करने के लिए हम सभी को अपना सर्वोत्तम प्रयत्न करते हुए निर्धारित गाईडलाइन के अनुरूप शत-प्रतिषत उपलब्धि प्राप्त कर सभी सम्भावित क्षय रोगियों की कार्यक्रम अन्तर्गत जांच कराते हुए क्षय रोग से ग्रसित पाये गये रोगियों का अविलम्ब इलाज प्रारम्भ करवाकर निःक्षय पोषण योजना का नियमानुसार डीबीटी के माध्यम से लाभ सुनिष्चित कराया जायेगा।
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. ए.के. सिंघल द्वारा बताया कि अभियान अन्तर्गत जनपद में कुल 293 घर-घर भ्रमण दलों के कुल 586 सदस्यों द्वारा जनपद के सभी चिन्हित क्षेत्रों में टीबी स्क्रीनिंग का कार्य कराये जाने की कार्ययोजना बनाई गई है। घर-घर भ्रमण दलों का पर्यवेक्षण यूनिट पर्यवेक्षकों के साथ-साथ जनपद स्तर से सुनिष्चित किया जायेगा। उक्त अभियान शुभारम्भ कार्यक्रम में डा0 रितेष द्विवेदी अधीक्षक नगरीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र रेड क्रास लखनऊ के साथ जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकरी श्री योगेश रघुवंशी जिला कार्यक्रम समन्वयक दिलषाद हुसैन पब्लिक प्राइवेट मिक्स समन्वयक रामजी वर्मा एवं सौमित्रा मिश्रा, आशा कार्यकर्ता एनटीईपी के सदस्य मौजूद रहे।
टीबी के लक्षण हैं-
• खांसी
• दो सप्ताह से अधिक बुखार
• रात में पसीना आना
• बलगम के साथ खून आना
• भूख न लगना
• पसीना आना
• सांस लेने में तकलीफ
• वजन कम होना
• थकान
• गले में गाँठ होना