लखनऊ: नगर निगम में काम करने वाले ठेकेदारों की परेशानी अब बढ़ती जा रही है। निगम द्वारा किए गए कार्यों का 200 करोड़ रुपये से अधिक का भुगतान लंबे समय से अटका हुआ है, जिसके चलते ठेकेदारों ने आज नगर निगम मुख्यालय पहुंचकर आयुक्त से मुलाकात की और अपनी समस्याएं रखीं।
ठेकेदारों का कहना है कि कई सालों से उनके बिल पास नहीं किए जा रहे हैं, जबकि काम पूरा हो चुका है। उन्होंने बताया कि निगम अधिकारियों से कई बार निवेदन करने के बावजूद कोई ठोस समाधान नहीं निकला।
सूत्रों के अनुसार, नगर आयुक्त से मुलाकात के दौरान ठेकेदारों ने दिवाली से पहले भुगतान जारी करने की मांग की, ताकि वे अपने मजदूरों और कर्मचारियों को वेतन दे सकें। हालांकि नगर आयुक्त ने फिलहाल भुगतान करने से इनकार करते हुए कहा कि बजट स्वीकृति के बाद ही भुगतान संभव होगा।
इस जवाब के बाद ठेकेदारों में भारी नाराजगी देखी गई। उनका कहना है कि निगम के पास करोड़ों की टैक्स वसूली का पैसा है, फिर भी उनके बकाया का भुगतान नहीं किया जा रहा।
ठेकेदार संघ ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द भुगतान नहीं किया गया तो वे कार्य बहिष्कार और विरोध प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे।
नगर निगम के अंदर हुई इस हलचल से प्रशासनिक हलकों में भी खलबली मच गई है। दिवाली से ठीक पहले ठेकेदारों का यह विरोध नगर निगम की छवि पर सवाल खड़े कर रहा है।


