लखनऊ: संपत्ति कर नहीं चुकाने वाले भवन स्वामियों के खिलाफ लखनऊ नगर निगम (Lucknow Municipal Corporation) ने शुक्रवार को बड़ी कार्रवाई की। नगर आयुक्त गौरव कुमार के निर्देश पर चलाए गए सीलिंग (sealing) अभियान में तीन प्रमुख जोनों में एक ही दिन में 10 लाख 64 हजार रुपये से अधिक की वसूली (recovered) की गई। कई भवनों को सील कर दिया गया, जबकि कुछ संपत्ति स्वामियों ने मौके पर ही बकाया राशि जमा की।
नगर निगम की रिपोर्ट के अनुसार, जोन 01 में शिवाजी मार्ग और मॉडल हाउस क्षेत्र में कार्रवाई हुई। यहां रामा देवी से चार लाख रुपये, विमलेश कुमार अग्रवाल से दो लाख 29 हजार रुपये और वाचस्मेपति अग्रवाल से तीन लाख रुपये की वसूली की गई। वहीं प्रणय कुमार मिश्रा की संपत्ति को बकाया कर न चुकाने के कारण सील कर दिया गया।
जोन 06 के आलम नगर और मल्लाही टोला द्वितीय क्षेत्र में प्रताप सिंह ने 50 हजार रुपये और मस्त राम ने 25 हजार रुपये का भुगतान किया। वहीं मुनव्वर, कमर, राकेश निगम, सरोज तिवारी और सुरेंद्र यादव की संपत्तियां सील कर दी गईं। जोन 08 में अशोका राज टावर से 60 हजार रुपये की वसूली की गई, जबकि सुमन पांडेय, अवतार सिंह, पार्वती देवी और मोहम्मद हुसैन की संपत्तियों को सील किया गया।
नगर आयुक्त ने स्पष्ट किया कि कर नहीं चुकाने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने बताया कि सीलिंग और कुर्की की कार्रवाई आगे भी इसी तरह चलती रहेगी। साथ ही आम नागरिकों से अपील की गई है कि वे 31 अगस्त तक बकाया कर का भुगतान कर दें। नगर निगम ने जानकारी दी कि आवासीय भवनों पर एकमुश्त यूजर चार्ज जमा करने पर 31 अगस्त तक 10 प्रतिशत और व्यावसायिक भवनों पर 5 प्रतिशत की छूट दी जा रही है। यह छूट निर्धारित तिथि के बाद नहीं मिलेगी।
प्रशासन का कहना है कि इस अभियान का उद्देश्य सिर्फ वसूली नहीं, बल्कि लोगों को कर समय पर जमा करने के लिए जागरूक करना भी है। निगम ने आमजन से अपील की है कि वे समय रहते कर जमा करें और शहर के विकास कार्यों में सहयोग करें।