एक घंटे तक सात लोग लिफ्ट में कैद, तेज़ रफ्तार टैंपो ने युवती को घायल किया, ई-रिक्शा चालक ने मौत को दी खुली दावत, उर्मिला वन बनेगा राजधानी की नई पहचान, स्मार्ट मीटर पर विवाद खत्म
लखनऊ। राजधानी लखनऊ बुधवार को दहशत और घटनाओं से भरा दिन रहा। शहर के अलग-अलग हिस्सों से सामने आई घटनाओं ने जहां आम लोगों की जान को खतरे में डाला, वहीं प्रशासनिक लापरवाही पर भी सवाल खड़े किए। दिनभर हुई इन घटनाओं ने यह साफ कर दिया कि लापरवाही और बेपरवाह सिस्टम आम नागरिकों की सुरक्षा से किस हद तक खिलवाड़ कर रहा है।
लिफ्ट में कैद रही सात ज़िंदगियां
गोमती नगर के ऋषिता मैनहट्टन अपार्टमेंट में मंगलवार रात एक बच्चे समेत सात लोग लिफ्ट में पूरे एक घंटे तक फंसे रहे। अचानक आई तकनीकी खराबी के कारण लिफ्ट बीच में रुक गई। अंदर फंसे लोगों के परिजनों ने मदद की गुहार लगाई लेकिन काफी देर तक राहत नहीं मिल पाई। हालात यह थे कि दम घुटने जैसी स्थिति बनने लगी और परिवारवालों की धड़कनें तेज हो गईं। आखिरकार जब रेस्क्यू टीम ने दरवाजा खोलकर लोगों को बाहर निकाला तो वहां अफरातफरी का माहौल बन गया।
खुर्रमनगर चौराहे पर टैंपो ने रौंदी स्कूटी सवार युवती
इंदिरा नगर के खुर्रमनगर चौराहे पर बुधवार सुबह तेज रफ्तार टैंपो ने एक स्कूटी सवार युवती को जोरदार टक्कर मार दी। हादसे में युवती बुरी तरह घायल हो गई जबकि टैंपो चालक मौके से फरार हो गया। स्थानीय लोगों ने घायल युवती को नजदीकी अस्पताल पहुंचाया। चश्मदीदों के मुताबिक, टैंपो तेज रफ्तार से गलत दिशा में आ रहा था। पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी चालक की तलाश शुरू कर दी है।
ई-रिक्शा चालक ने सवारियों की जान से खेला
चौक इलाके के ट्रामा सेंटर के पास एक ई-रिक्शा चालक ने सवारियों को ओवरलोड कर मौत को दावत दी। रिक्शे में इतने लोग ठूंस दिए गए कि किसी बड़े हादसे का खतरा मंडराने लगा। इसका वीडियो वायरल होते ही लोग भड़क उठे और बोले—“ना पुलिस का डर, ना किसी कानून का खौफ।” अब सवाल उठ रहा है कि शहर में ट्रैफिक व्यवस्था और पुलिस की सख्ती पर इतना खुला खेल क्यों चल रहा है।
कुकरैल किनारे बनेगा ‘उर्मिला वन’
इधर लखनऊवासियों को एक राहत भरी खबर भी मिली। एलडीए ने 24 एकड़ भूमि पर ‘उर्मिला वन’ विकसित करने की योजना बनाई है। बुधवार को मंडलायुक्त रोशन जैकब ने स्थल का निरीक्षण किया और पौधारोपण की रूपरेखा तय की। इस क्षेत्र में विभिन्न पर्यावरण हितैषी पौधे लगाए जाएंगे और सिंचाई के लिए अंडरग्राउंड पाइपलाइन डाली जाएगी। यह परियोजना लखनऊ को हरा-भरा बनाने की दिशा में बड़ा कदम साबित होगी।
स्मार्ट मीटर पर उठा विवाद, रिपोर्ट ने किया क्लीन चिट
लखनऊ में अब तक 21,109 घरों में स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं। इनमें से 67 उपभोक्ताओं ने आरोप लगाया कि उनके मीटर तेज़ चल रहे हैं और बिल ज्यादा आ रहा है। इस पर ऊर्जा विभाग ने 47 स्थानों पर चेक मीटर लगाए और जांच की। रिपोर्ट में पाया गया कि मूल मीटर और चेक मीटर की रीडिंग में एक भी यूनिट का अंतर नहीं है। इस खुलासे के बाद उपभोक्ताओं की शिकायतों पर सवाल उठने लगे हैं।
राजधानी की इन घटनाओं ने साफ कर दिया है कि जहां विकास योजनाओं का शोर है, वहीं हादसे और लापरवाही की तस्वीरें भी डराती हैं। सवाल उठता है कि प्रशासन कब तक सिर्फ घटनाओं के बाद जागता रहेगा?


