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Sunday, August 24, 2025

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला बोले: आतंकवाद मानवता के लिए सबसे बड़ा खतरा, लोकतांत्रिक देशों की संसदें मिलकर करें मुकाबला

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– श्रीलंका के संसदीय शिष्टमंडल से मुलाकात के दौरान साझा सांस्कृतिक मूल्यों और तकनीकी सहयोग पर भी हुआ जोर

 

नई दिल्ली: लोकसभा अध्यक्ष (Lok Sabha Speaker) ओम बिरला (Om Birla) ने कहा है कि आतंकवाद, चाहे वह किसी भी रूप में हो, सभ्यता और मानव विकास के लिए सबसे बड़ा खतरा है। उन्होंने कहा कि यह चुनौती किसी एक देश या क्षेत्र तक सीमित नहीं है, बल्कि पूरी मानवता को प्रभावित करने वाली वैश्विक समस्या है। बिरला ने सभी लोकतांत्रिक देशों की संसदों से इस चुनौती का मिलकर सामना करने का आह्वान किया।

वे यह विचार संसद भवन में श्रीलंका के संसदीय शिष्टमंडल के साथ द्विपक्षीय बैठक के दौरान व्यक्त कर रहे थे। शिष्टमंडल का नेतृत्व श्रीलंका की संसद के डिप्टी स्पीकर और विभिन्न समितियों के सभापति डॉ. रिज़्वी सालीह कर रहे हैं। इस मौके पर श्री बिरला ने आतंकवाद के विरुद्ध भारत के साथ एकजुटता व्यक्त करने के लिए श्रीलंका के शिष्टमंडल का आभार भी प्रकट किया।

लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि भारत और श्रीलंका की मित्रता साझे सांस्कृतिक, आध्यात्मिक और सभ्यतागत मूल्यों पर आधारित है। उन्होंने बौद्ध धर्म की साझी विरासत को दोनों देशों के बीच मजबूत संबंधों की आधारशिला बताया। उन्होंने फिनटेक, डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर और कनेक्टिविटी जैसे क्षेत्रों में हो रहे आपसी सहयोग तथा श्रीलंका में यूपीआई-आधारित भुगतान प्रणाली की शुरुआत जैसे कदमों का भी उल्लेख किया।

बिरला ने भारत की संसद में तकनीकी नवाचारों का जिक्र करते हुए बताया कि डिजिटल और एआई आधारित तकनीकों के जरिये भारत की संसदीय व्यवस्था में पारदर्शिता और जन भागीदारी को लगातार बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने दोनों देशों के बीच संसदीय आदान-प्रदान को भी सकारात्मक बताते हुए सांसदों के क्षमता निर्माण पर बल दिया।

उन्होंने बताया कि संसदीय लोकतंत्र शोध एवं प्रशिक्षण संस्थान (PRIDE) द्वारा 110 से अधिक देशों के सांसदों और अधिकारियों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं। श्रीलंका के शिष्टमंडल के लिए आयोजित प्रशिक्षण से उन्हें भारतीय संसदीय व्यवस्था को समझने का अवसर मिलेगा।

इस अवसर पर श्रीलंका के डिप्टी स्पीकर डॉ. रिज़्वी सालीह ने बिरला के आतिथ्य के लिए आभार जताते हुए कहा कि भारत और श्रीलंका के संबंध ऐतिहासिक और सांस्कृतिक रूप से गहराई से जुड़े हुए हैं। उन्होंने भारत द्वारा संकट के समय श्रीलंका को दिए गए सहयोग के लिए धन्यवाद भी दिया। इस द्विपक्षीय बैठक में लोकसभा के महासचिव श्री उत्पल कुमार सिंह भी मौजूद रहे। गौरतलब है कि श्रीलंका का यह संसदीय शिष्टमंडल इस समय PRIDE द्वारा आयोजित एक सप्ताह के क्षमता निर्माण कार्यक्रम में भाग ले रहा है।

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