यूथ इंडिया संवाददाता
फर्रुखाबाद। डॉ. राम मनोहर लोहिया संयुक्त चिकित्सालय में सुविधाओं की भारी कमी के चलते मरीजों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। अस्पताल में न तो दवाइयों की पूरी उपलब्धता है और न ही आवश्यक जांच उपकरण कार्यरत हैं। कई मरीजों को बाहर से दवाइयां और जांचें करवानी पड़ रही हैं, जिससे गरीब और जरूरतमंद मरीजों पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ पड़ रहा है।
अस्पताल के कर्मचारी भी इससे परेशान हैं, क्योंकि उन्हें रोज़ाना मरीजों की शिकायतों का सामना करना पड़ता है। कुछ दिनों पहले ही अस्पताल में एक नया कंप्यूटर डाटा ऑपरेटर, सौरभ कुमार दुबे, को नियुक्त किया गया था, लेकिन उन्हें अभी तक कोई स्पष्ट कार्य सौंपा नहीं गया है। इस कारण से वह अपना पूरा समय अस्पताल में व्यर्थ बिताने को मजबूर हैं।
अस्पताल प्रशासन का कहना है कि जल्द ही सभी सुविधाओं को बहाल किया जाएगा, लेकिन मौजूदा हालात से यह साफ है कि मरीजों को तत्काल राहत मिलने की संभावना कम है। इस मुद्दे पर स्थानीय जनता और सामाजिक संगठनों ने भी कड़ी नाराजगी व्यक्त की है और जिला प्रशासन से इस मामले में त्वरित हस्तक्षेप की मांग की है।
लोहिया अस्पताल की वर्तमान स्थिति अत्यंत चिंताजनक है। स्थानीय प्रशासन को शीघ्र ही इस पर ध्यान देना चाहिए, ताकि मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं मिल सकें।