फर्रुखाबाद: न्यायालय गवाही देने जा रहे एक अधिवक्ता पर रास्ते में हमला (attacked) कर उसे घायल करने का मामला प्रकाश में आया है। बताया गया है कि पुलिस ने न तो पीड़ित का डाक्टरी परीक्षण कराया और न ही कोई कार्रवाई की। पीड़ित अधिवक्ता ने पुलिस अधीक्षक को शिकायती पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई है।
थाना मऊदरवाजा क्षेत्र के मोहल्ला दीवान मुवारिक निवासी अधिवक्ता पवन वर्मा (Pawan Verma) ने बताया कि 13 अक्टूबर की सुबह करीब 10 बजे वे अपने मुकदमे में गवाही देने हेतु स्कूटी से न्यायालय फतेहगढ़ जा रहे थे। जैसे ही वे मोहल्ला भीकमपुरा स्थित चन्दा आरा मशीन के पास पहुँचे, तभी मुकदमे के आरोपी वीरेन्द्र पुत्र नन्हे (निवासी मोहल्ला शमशेर खानी) ने उन्हें रोक लिया।
अधिवक्ता के अनुसार, आरोपी ने गालियाँ देते हुए कहा कि वह कई बार मुकदमा वापस लेने की बात कर चुका है, लेकिन पवन वर्मा ने उसकी बात नहीं मानी। जब उन्होंने मुकदमा वापस लेने से इंकार किया तो आरोपी ने लात-घूसों और थप्पड़ों से हमला कर दिया और स्कूटी से गिराकर जमीन पर पटक दिया। घटना स्थल पर मौजूद राहगीरों ने किसी तरह पवन वर्मा को बचाया।
बताया जाता है कि भीड़ बढ़ती देख आरोपी वीरेन्द्र ने जान से मारने की धमकी देते हुए कहा कि “आज तो तू बच गया, लेकिन अगली बार मौका मिला तो तुझे जान से मार दूँगा। हमले में अधिवक्ता के शरीर के कई हिस्सों में चोटें आईं, जबकि दाएँ हाथ की बांह में गंभीर चोट बताई जा रही है। पीड़ित ने थाना मऊदरवाजा में रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए प्रार्थना पत्र दिया, लेकिन **पुलिस ने न रिपोर्ट दर्ज की और न ही डाक्टरी परीक्षण कराया। पवन वर्मा ने कहा कि पुलिस की लापरवाही से वे बेहद आहत हैं। उन्होंने मामले की शिकायत पुलिस अधीक्षक (एसपी) को दी है और न्याय की मांग की है।


