– वीसी की जांच में खुला राज—LDA में शिकायतों की आड़ में चल रहा था ब्लैकमेलिंग का खेल
लखनऊ। लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) ने एक बड़े और सनसनीखेज खुलासे में 28 ऐसे लोगों की सूची जारी की है, जो वर्षों से फर्जी शिकायतों के जरिए आम जनता और एलडीए अधिकारियों को ब्लैकमेल कर रहे थे। एलडीए के उपाध्यक्ष (वीसी) ने मामले की गंभीरता को देखते हुए खुद जांच कराई, जिसमें यह स्पष्ट हुआ कि यह पूरा नेटवर्क योजनाबद्ध तरीके से लोगों को निशाना बना रहा था।
जारी सूची के अनुसार, इन 28 लोगों ने कुल 2114 फर्जी शिकायतें दर्ज कराईं थीं। जांच में यह भी सामने आया है कि इन शिकायतों के माध्यम से ये लोग निर्माणकर्ताओं, मकान मालिकों और आम नागरिकों को डराकर पैसे की मांग करते थे। एलडीए अधिकारियों को भी दवाब में लेने की कोशिश की जाती थी।
जिन्होंने की सबसे अधिक शिकायतें (शीर्ष 5)
1 श्रीमती उर्वशी शर्मा 171 19-05-2024 से 30-05-2025
2 श्री मो० फैजान 168 24-06-2017 से 25-05-2025
3 सै. रौफ 167 19-11-2022 से 30-05-2025
4 सरदार सतनाम सिंह 154 04-01-2018 से 29-05-2025
5 श्री लक्ष्मीकांत सिंह 126 12-03-2020 से 20-05-2025
एलडीए द्वारा जारी सूची में पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में पहचान रखने वाले कुछ लोग भी शामिल हैं, जिनके नाम के आगे “पत्रकार” और “संपादक” जैसे पदनाम लिखे हैं। इससे यह स्पष्ट होता है कि ये लोग अपने पेशेवर प्रभाव का दुरुपयोग कर रहे थे।
एलडीए उपाध्यक्ष ने कहा,
“हमने शिकायतों की गंभीरता से जांच कराई तो पता चला कि ये एक पूरा गिरोह है जो योजनाबद्ध तरीके से फर्जी शिकायतें कर लोगों को डराता था। अब इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।”
उन्होंने यह भी बताया कि इस प्रकार की फर्जी शिकायतें न केवल प्रशासन का समय बर्बाद करती हैं, बल्कि ईमानदार नागरिकों को भी परेशान करती हैं।
एलडीए प्रशासन अब इन सभी 28 लोगों के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई करने की तैयारी में है। फर्जीवाड़े में लिप्त पाए गए लोगों को भविष्य में किसी भी प्राधिकरणीय प्रक्रिया में भाग लेने से रोका जा सकता है, और इन पर दंडात्मक प्रावधान भी लागू किए जा सकते हैं।
इस खुलासे से एलडीए में पारदर्शिता की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है। आम जनता और जिम्मेदार नागरिकों को इससे राहत मिलेगी, जबकि गलत इरादों से शिकायत करने वालों को कड़ा संदेश जाएगा।