जगदलपुर: जून के महीने से बरसात लगातार हो रही है और इसी के साथ पहाड़ो पर भूस्खलन (Landslide) की खबरे भी सामने आ रही है। कोरापुट-किरंदुल (Koraput-Kirandul) रेललाइन (railway line) पर मल्लिगुड़ा और जराटी स्टेशन के बीच बड़े पैमाने पर भूस्खलन (Landslide) हुआ, जिसके बाद ट्रैक पर मलबा सहित भारी पत्थर आ जाने से रेल यातायात पूरी तरह ठप हो गया है। घटना की जानकारी मिलते ही वल्टेयर रेल मंडल की टीम को मौके पर तैनात कर दी गई है। इससे पहले इसी मार्ग पर 2023 में बड़ा भूस्खलन हुआ था और 17 दिनों की कड़ी मेहनत के बाद रेल लाइन को बहाल किया गया था।
भूस्खलन के बाद रेलवे ने एहतियातन दो ट्रेनों को रद्द कर दिया है। 18448 हीराखंड एक्सप्रेस (जगदलपुर-भुवनेश्वर) और 18516 नाइट एक्सप्रेस (किरंदुल-विशाखापट्टनम) यात्रियों से अपील की गई है कि यात्रा पर निकलने से पहले रेल सेवा की स्थिति की जानकारी अवश्य लें। रेलवे अधिकारी भी स्थिति का जायजा लेने पहुंचे हैं। ट्रैक की बहाली का काम युद्धस्तर पर जारी है, जिसके लिए भारी मशीनरी, सैकड़ों मजदूर और संसाधनों को लगाया गया है।
गौरतलब है कि 24 सितंबर 2023 को भी इसी मार्ग पर मानबार और जड़ती स्टेशन के बीच बड़ा भूस्खलन हुआ था। उस समय पहाड़ का मलबा और विशाल पत्थर रेलवे ट्रैक पर आ गिरे थे। लगातार बारिश के चलते मलबा हटाने में भारी दिक्कतें आई थीं। उस हादसे में करीब 25 जेसीबी मशीनें और 450 से अधिक मजदूरों की मदद से 17 दिनों की कड़ी मेहनत के बाद रेल लाइन को बहाल किया गया था। बीते 10 वर्षों में इसे सबसे गंभीर भू-स्खलन माना गया, जिसने केके रेललाइन को लंबे समय तक ठप कर दिया था। रेलवे प्रशासन फिर से उसी सतर्कता और तत्परता के साथ हालात पर काबू पाने में जुटा है।