फर्रुखाबाद। जिले में भ्रूण लिंग जांच और भ्रूण हत्या का काला कारोबार लगातार बढ़ता जा रहा है। अब यह समस्या केवल ग्रामीण इलाकों तक सीमित नहीं रही, बल्कि शहर के आवास विकास क्षेत्र में भी खुलेआम हो रही है। लोगों और स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, कई निजी और अवैध केंद्र गर्भ में पल रहे शिशु का लिंग निर्धारित करने की गतिविधियां बिना किसी रोक-टोक के चला रहे हैं।
स्थानीय निवासी बताते हैं कि कई केंद्रों पर मरीज बिना किसी डर के जांच करवा रहे हैं और इस जानकारी का गलत इस्तेमाल भी किया जा रहा है। जिम्मेदार अधिकारियों की उदासीनता और अनदेखी के कारण यह काला कारोबार बढ़ता जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों ने कहा कि कुछ केंद्रों ने नियमों और कानूनी प्रावधानों को पूरी तरह नजरअंदाज कर रखा है।
- विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह की गतिविधियां न केवल सामाजिक और नैतिक दृष्टि से गंभीर हैं, बल्कि महिलाओं और लड़कियों के प्रति असमानता और हिंसा को बढ़ावा देती हैं। यह राज्य की जनसंख्या संरचना और सामाजिक संतुलन के लिए भी खतरा है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि आवास विकास क्षेत्र में भी कई केंद्रों पर गर्भपात और लिंग चयन की घटनाएं लगातार हो रही हैं। प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को चाहिए कि वे इन केंद्रों की नियमित जांच करें और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें।
विशेषज्ञ और सामाजिक कार्यकर्ता चेतावनी दे रहे हैं कि यदि समय रहते कड़े कदम नहीं उठाए गए, तो यह गंभीर सामाजिक समस्या बन सकती है। उन्होंने सरकार और पुलिस से अपील की है कि अवैध लिंग निर्धारण और भ्रूण हत्या के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाया जाए और नियमित निगरानी सुनिश्चित की जाए, ताकि लड़कियों की सुरक्षा और सम्मान कायम रह सके।


