बिना अनुमति के बन रहे सैकड़ों मकान, अधिकारियों की मिलीभगत से फल-फूल रहा अवैध निर्माण
लखनऊ। राजधानी लखनऊ में रियल एस्टेट माफिया एक बार फिर सुर्खियों में है। केस्टो इंफ्रास्ट्रक्चर के मालिक मयूर जायसवाल पर सहाय एन्क्लेव नाम से अवैध कॉलोनी विकसित करने का गंभीर आरोप लगा है। बीकेटी रैथा रोड, कमलाबाद बड़ौली में बिना एलडीए (LDA) और जिला पंचायत की अनुमति के सैकड़ों मकानों का निर्माण कराया गया है।
सूत्रों के मुताबिक, कॉलोनी न तो लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) से लेआउट स्वीकृत है, और न ही लखनऊ जिला पंचायत से अनुमति ली गई है। इसके बावजूद निर्माण कार्य तेजी से जारी है। मयूर जायसवाल के रसूख का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि एलडीए के वीसी तक इस मामले में मौन हैं, और किसी भी भ्रष्ट अधिकारी पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
JE हेमंत कुमार और AE अनूप श्रीवास्तव पर मयूर को संरक्षण देने का आरोप है। जोनल अधिकारी संगीता राघव पर भी कार्रवाई न करने का आरोप लग रहा है।
कॉलोनी के बाहर 5000 स्क्वायर फीट क्षेत्र में चार मंजिला अवैध कमर्शियल टॉवर भी खड़ा कर दिया गया है।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि प्रॉपर्टी खरीदने वालों को गुमराह किया जा रहा है। उन्हें वैध कॉलोनी का सपना दिखाकर प्लॉट बेचे जा रहे हैं, जबकि जमीन और निर्माण पूरी तरह गैरकानूनी है।
लोगों ने आरोप लगाया है कि एलडीए के वीसी भ्रष्ट अधिकारियों पर कोई सख्त कार्रवाई नहीं कर रहे। मयूर जायसवाल का रसूख इतना है कि शिकायतों के बावजूद प्रशासन खामोश है। न तो कॉलोनी पर कोई सीलिंग हुई और न ही निर्माण रुका