
भंडारे में भक्तों ने ग्रहण किया प्रसाद, आचार्य को विदाई
फर्रुखाबाद। लोको रोड पर चल रही भागवत कथा के समापन बिंदु पर कथा व्यास आचार्य राम मूर्ति मिश्रा ने विभिन्न कथाओं के माध्यम से कलयुग के आगमन और कलयुग के दोषों से निवारण के बारे में बताया ।इस अवसर पर उन्होंने उद्धव जी का संदेश या दुकूल का संहार की कथाएं भी सुनाई ।उन्होंने कहा कि कलयुग में हरी नाम संकीर्तन से मुक्ति की प्राप्ति होती है।
कथा के दौरान आचार्य श्री मिश्रा ने कहा कि सत्संग और संकीर्ण सभी पापों का नाश करता है इस कारण से सभी देशों को शांत करने के लिए परमात्मा हरि को प्रणाम करें। उन्होंने बैरागी के महत्व को गोस्वामी तुलसीदास और उनकी पत्नी के प्रसंग को सुना कर समझाया। इस दौरान कथा व्यास ने सुदामा चरित्र की कथा सुनाई तो भक्त भाव विभोर हो गए।
इस अवसर पर परीक्षित श्रीमती दीक्षा पांडे श्री गोविंद पांडे आयोजक पंडित शिवकुमार शास्त्री , आचार्य अविनाश पांडेय अनुराग तिवारी, कनक तिवारी, सत्यपाल सिंह, अंजुम दुबे, एडवोकेट ,अनमोल दीक्षित, जवाहर मिश्रा ,जिलाधिकारी की धर्मपत्नी प्रोफेसर डॉक्टर वंदना द्विवेदी ,रामवीर सिंह चौहान, अरविंद भदौरिया ,डॉ रंगनाथ मिश्र सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे।कथा ने विराम को प्राप्त किया इसके बाद में भंडारे का आयोजन हुआ जिसमें सैकड़ो की तादाद में भक्त जनों ने पहुंचकर प्रसाद ग्रहण किया अगली बार और भी अच्छे तरीके से कथा होने की कामना करते हुए कथा व्यास को विदाई दी। कार्यक्रम का संचालन समाजसेवी अंजुम दुबे ने किया।


