वाराणसी। गंगा नगरी काशी में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एक नई पहल के तहत अब गंगा में तीन तल वाला लग्जरी क्रूज “गंगोत्री” शुरू होने जा रहा है। इस क्रूज पर पर्यटक न केवल गंगा आरती में शामिल हो सकेंगे, बल्कि उन्हें सुबह योग और शाम को सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आनंद मिलेगा। रविदास घाट से संचालित होने वाला यह क्रूज अब काशी के जल पर्यटन का प्रमुख केंद्र बनने जा रहा है।
क्रूज के सबसे ऊपरी तल पर प्रतिदिन सुबह-शाम गंगा आरती कराई जाएगी, जिसमें तीन बटुक वेद मंत्रों के साथ आरती संपन्न करेंगे। साथ ही हर सुबह एक घंटे का योग सत्र आयोजित किया जाएगा। क्रूज की शामें काशी की कला और संस्कृति से सजेंगी, जहां लोकनृत्य, संगीत और पारंपरिक प्रस्तुतियों के माध्यम से पर्यटकों को आध्यात्मिक और सांस्कृतिक अनुभव मिलेगा।
इस विशेष क्रूज यात्रा में पर्यटक मार्कंडेय महादेव मंदिर से लेकर विंध्यधाम तक के स्थलों का भ्रमण भी कर सकेंगे। क्रूज में कुल 24 कमरे होंगे, जिन्हें आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित किया जा रहा है।
दीवारों पर काशी की प्रमुख सांस्कृतिक धरोहरों, मंदिरों और घाटों की कलात्मक झलक दिखाई देगी, जबकि कमरों में पर्यटन स्थलों से जुड़े म्यूरल्स लगाए जाएंगे। खानपान की बात करें तो इस क्रूज पर पर्यटकों को न केवल भारतीय व्यंजन परोसे जाएंगे बल्कि बनारस के प्रसिद्ध जायके जैसे कचौड़ी-सब्जी, जलेबी, बाटी-चोखा और गोलगप्पे का भी स्वाद चखने को मिलेगा।
क्रूज की ऑनलाइन बुकिंग अगस्त के दूसरे सप्ताह से शुरू हो जाएगी, जिसे अलकनंदा क्रूज लाइन की आधिकारिक वेबसाइट या टूर ऑपरेटरों के माध्यम से किया जा सकेगा।
फिलहाल रविदास घाट पर खड़े इस भव्य क्रूज को सजाने-संवारने का कार्य तेजी से चल रहा है, जिससे पर्यटकों को एक अविस्मरणीय और आध्यात्मिक अनुभव मिल सके।