मुंबई: अमेजन प्राइम वीडियो की हॉरर सीरीज (horror series) ‘भय: द गौरव तिवारी मिस्ट्री’ (Bhay: The Gaurav Tiwari Mystery) इन दिनों दर्शकों के बीच जबरदस्त चर्चा में है। यह सीरीज भारत के मशहूर पैरानॉर्मल इन्वेस्टिगेटर स्वर्गीय गौरव तिवारी के जीवन और उनके अनुभवों पर आधारित है। सीरीज में अभिनेता करण टैकर ने गौरव तिवारी का किरदार निभाया है, जिसे दर्शकों से काफी सराहना मिल रही है।
सीरीज के ट्रेंड करने के बीच करण टैकर ने एक इंटरव्यू में शूटिंग के दौरान हुए कुछ डरावने और रहस्यमय अनुभव साझा किए हैं। करण ने बताया कि मुंबई के मड आईलैंड में शूटिंग के दौरान उन्हें कई बार ऐसी घटनाओं का सामना करना पड़ा, जिन्हें वह आज तक नहीं भूल पाए हैं।
करण टैकर ने ‘खूनी मंडे’ को दिए इंटरव्यू में बताया कि मड आईलैंड को मुंबई की सबसे रहस्यमय और डरावनी जगहों में से एक माना जाता है। वहां कई पुराने बंगले, आगजनी की घटनाएं और हत्या की कहानियां पहले से ही मशहूर हैं। इसी वजह से वहां शूटिंग करना पूरी टीम के लिए चुनौतीपूर्ण था।
करण ने बताया कि वे लोग उस सीन की शूटिंग कर रहे थे, जो गौरव तिवारी के एमटीवी के रियलिटी शो से जुड़ा हुआ था। इस सीन के लिए लोकेशन पर एक साथ सात कैमरे लगाए गए थे, ताकि हर एंगल को कवर किया जा सके।
शूटिंग के पहले ही दिन कुछ अजीब हुआ। करण के मुताबिक अचानक सभी कैमरों की स्क्रीन एक साथ ग्रीन हो गई और फिर बंद हो गई। यह घटना दिन के समय हुई थी, जब किसी तकनीकी खराबी की उम्मीद नहीं थी।
करण ने आगे बताया कि अक्सर माना जाता है कि अगर किसी जगह पर सुपरनैचुरल एनर्जी होती है तो इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज की बैटरी तेजी से खत्म होने लगती है। इस घटना से डायरेक्टर और प्रोड्यूसर दोनों डर गए और कुछ समय के लिए शूट रोकने की बात भी हुई।
हालांकि, बाद में शूटिंग जारी रखने का फैसला किया गया, लेकिन पूरी सावधानी के साथ। सेट पर हवन करवाया गया और सभी लोगों को साफ निर्देश दिए गए कि शूटिंग के दौरान कोई भी नॉनवेज खाना न खाए और न ही सेट पर लाए।
इसके अलावा सेफ्टी के लिए एक एंबुलेंस भी मंगवाई गई। करण ने बताया कि रात के समय शूटिंग शुरू हुई और इसी दौरान उन्हें वॉशरूम जाना पड़ा। अकेले चलते समय उन्हें अचानक ठंड महसूस होने लगी, जिससे उनकी घबराहट और बढ़ गई।
करण ने कहा कि उन्होंने इसे डर की वजह से हुई फीलिंग समझा और जल्दी से वापस सेट पर लौट आए। हालांकि, इसके बाद भी माहौल सामान्य नहीं लग रहा था और टीम के कई सदस्य सहमे हुए थे।
बाद में गौरव तिवारी की टीम को भी सेट पर बुलाया गया। उन्होंने पैरानॉर्मल एक्टिविटी मापने वाले मीटर से पूरे इलाके को चेक किया, लेकिन उस समय किसी भी तरह का संकेत नहीं मिला।
रात में शूटिंग के दौरान एक और डरावनी घटना हुई। बिना हवा चले अचानक एक बड़ा पेड़ गिर पड़ा और सेफ्टी के लिए खड़ी की गई एंबुलेंस बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। इस घटना ने पूरी यूनिट को हिला कर रख दिया।
इन सभी अनुभवों के बाद करण टैकर का कहना है कि ‘भय: द गौरव तिवारी मिस्ट्री’ सिर्फ एक सीरीज नहीं, बल्कि एक ऐसा अनुभव है जिसने उन्हें पैरानॉर्मल दुनिया को और करीब से समझने पर मजबूर कर दिया। शायद यही वजह है कि दर्शकों को भी यह सीरीज इतनी वास्तविक और डरावनी महसूस हो रही है।


