मां पीताम्बरा की पालकी पर भक्तों ने की पुष्पवर्षा
पीत वस्त्र धारण कर कलश लेकर शामिल हुई महिलाएं
कन्नौज। नगर के बोर्डिंग मैदान पर सोमवार से शुरू हुए 1108 कुण्डीय पीताम्बरा महायज्ञ के दूसरे दिन मंगलवार को भव्य कलश यात्रा निकाली गई। यात्रा में हजारों श्रद्धालु पीत वस्त्र धारण कर श्रद्धा के साथ शामिल हुए। सिर पर कलश धारण कर जब महिलाओं का समूह कन्नौज की गलियों से गुजरा तो पूरा नगर “जय मां पीताम्बरा” के जयकारों से गूंज उठा।
यात्रा के दौरान भगवा एवं पीतांबरी ध्वज विशेष आकर्षण का केंद्र रहे। सबसे आगे सरस्वती शिशु मंदिर जूनियर हाई स्कूल एवं कन्हैया लाल सरस्वती विद्या मंदिर के विद्यार्थियों का बैंड भक्तिमय धुनों से वातावरण को संगीतमय बना रहा था। श्रद्धालुओं ने पुष्पवर्षा कर यात्रा का स्वागत किया, वहीं कई स्थानों पर शीतल जल की व्यवस्था भी की गई।
यात्रा में पुष्पों की लड़ियों और पंखुड़ियों से सजी लाल रंग की खुली जीप को भगवा ध्वज से सजाया गया था। इसी जीप में कलश के साथ चार वेद भी रखे गए। ब्रह्मकुमारी संगठन की बहनें भी इस आध्यात्मिक यात्रा का हिस्सा बनीं। श्रद्धालुओं के लिए सबसे आकर्षण का केंद्र मां पीताम्बरा की पालकी रही, जिसकी जगह-जगह पूजा-अर्चना की गई और श्रद्धालुओं ने आरती उतारी।
दोपहर 12:35 बजे विद्वान आचार्यों द्वारा कलश पूजन संपन्न हुआ। यात्रा में शामिल होने के लिए सुबह 10 बजे से ही महिलाएं पीत वस्त्र धारण कर एकत्र होने लगीं। करीब साढ़े 12 बजे तक पूरा बोर्डिंग मैदान श्रद्धालुओं से खचाखच भर गया। ठीक 1 बजे कलश यात्रा का शुभारंभ हुआ, जो नगर के विभिन्न मार्गों से होते हुए पुनः बोर्डिंग मैदान पहुंची।
यात्रा के दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। पूरे मार्ग पर भारी पुलिस बल तैनात रहा। सुरक्षा की दृष्टि से ड्रोन कैमरों से निगरानी की गई, जबकि लाखन तिराहे पर छतों पर पुलिस कर्मी सतर्क नजर आए। महिला श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए महिला पुलिस बल भी मौजूद रहा। इसके अलावा एनसीसी कैडेट्स और धार्मिक संगठनों के स्वयंसेवकों ने भी यात्रा के दौरान व्यवस्था संभाली।
कलश यात्रा का मार्ग बोर्डिंग मैदान से गढैया, ग्वाल मैदान, राम नरायन चौराहा, फर्श, तालवारान, पीतल मंडी, बख्शी चौराहा, लाखन तिराहा होते हुए पालिका रोड से वापस बोर्डिंग मैदान तक निर्धारित किया गया था। हजारों महिलाओं की उपस्थिति के कारण नगर में करीब तीन घंटे तक यातायात प्रभावित रहा।
इस पवित्र यात्रा का नेतृत्व यज्ञाधीश स्वामी रामदास महाराज ने किया। श्रद्धालुओं ने बड़े हर्षोल्लास के साथ मां पीताम्बरा की आराधना की और महायज्ञ में भागीदारी निभाई। नगरवासी इस भक्तिमय माहौल में डूबकर आध्यात्मिक आनंद की अनुभूति करते नजर आए।