लखीमपुर खीरी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोमवार को मुस्तफाबाद स्थित कबीरधाम में आयोजित स्मृति प्राकट्योत्सव मेले में पहुंचे। उन्होंने संत कबीरदास के जीवन और उनकी शिक्षाओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि कबीरदास ने जात-पात और सामाजिक भेदभाव पर कड़ा प्रहार किया था। उनकी वाणी— “जाति-पाति पूछे ना कोई, हरि को भजे सो हरि का होइ”— आज भी उतनी ही प्रासंगिक है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जातीयता देश की गुलामी का कारण रही है। संत कबीर, गुरु रामानंद और रविदास जैसे महापुरुषों ने समाज को एकता और समानता का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि आज भी समाज को विभाजित करने की कोशिशें हो रही हैं, जिन्हें संतों की शिक्षाओं से रोकना होगा।
योगी ने आह्वान किया कि समाज अपनी कमजोरियों को दूर करे और संतों के मार्ग पर चलकर लोक व राष्ट्र कल्याण के लिए समर्पित रहे।


