शाहजहांपुर रेलवे स्टेशन पर दिल दहला देने वाली घटना, पुलिस जांच में जुटी
शाहजहांपुर। शहर के रेलवे स्टेशन के पास शुक्रवार को हुई दर्दनाक घटना ने हर किसी को चौंका दिया। चलती ट्रेन के सामने कूदकर जान देने वाले व्यक्ति की पहचान संतोष कुमार (36) पुत्र भारत प्रसाद, निवासी मझगवां करन (रायबरेली) के रूप में हुई है। संतोष सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग में जूनियर इंजीनियर (JE) के पद पर कार्यरत थे।
जीआरपी इंस्पेक्टर रेहान खान ने बताया कि मृतक की ससुराल शाहजहांपुर के जलालनगर मोहल्ले में है। उनकी पत्नी बेसिक शिक्षा विभाग में अध्यापिका के पद पर महोली में तैनात हैं। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि संतोष कुमार बीते कुछ दिनों से मानसिक तनाव में थे, लेकिन उनकी आत्महत्या के पीछे की वास्तविक वजह का अभी पता नहीं चल सका है।
पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजते हुए मृतक के परिजनों और ससुराल पक्ष से पूछताछ शुरू कर दी है।
सरकारी नौकरी, फिर भी ऐसा कदम — कई सवाल बाकी
यह घटना समाज में मानसिक स्वास्थ्य को लेकर गहराते संकट की ओर इशारा करती है।संतोष और उनकी पत्नी दोनों ही सरकारी सेवा में कार्यरत थे। ऐसे में सवाल उठता है कि जब एक पढ़ा-लिखा, नौकरीपेशा व्यक्ति — जो आर्थिक और सामाजिक रूप से सुरक्षित माना जाता है — वह भी यदि मानसिक तनाव का सामना कर रहा है, तो आम लोग किस दौर से गुजर रहे होंगे?
बढ़ती आत्महत्याएं — समाज के लिए चेतावनी
पिछले कुछ वर्षों में मानसिक तनाव के कारण आत्महत्या जैसे चिंताजनक मामलों में तेज़ी से इज़ाफा हुआ है। सरकारी नौकरी, उच्च शिक्षा और सामाजिक प्रतिष्ठा अब मानसिक शांति की गारंटी नहीं रही।इस घटना ने एक बार फिर साबित किया है कि आर्थिक सुरक्षा के बावजूद मानसिक असुरक्षा कितनी घातक हो सकती है। यह समय है जब समाज को मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देनी चाहिए।