फर्रुखाबाद। हर रोज जर्जर होती सड़कों के साथ की बिजली के तार भी खस्ताहाल होते जा रहे हैं। अक्सर ही लोकल फाल्ट की समस्या बनी रहती है जिस कारण से रुक-रुक कर बिजली का आना जाना लगा रहता है जिससे लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
वहीं दूसरी ओर जर्जर होते बिजली के लोहे वाले खंम्भे खतरा बने हुए हैं किसी भी समय उनके गिरने अथवा टूटने की संभावना बनी रहती है क्योंकि बंदर इन पोलों को लिक बुलाते रहते हैं इसके साथ ही जर्जर कामों में करंट उतरने की समस्या भी हो जाती है।अगर समय रहते विभाग जागरूक नहीं हुआ तो हादसे होने लगेंगे ऐसी पूरी संभावना है।
बताते चलें कि अब से लगभग डेढ़ दशक पहले बिजली के तार बदले गए थे और शहर भर में बंच केबिल डाली गयीं थी। जिससे उम्मीद बंधी थी कि अब बिजली कुछ चोरी पर नियंत्रण पाया जा सकेगा ।कुछ दिनों तो राहत रही लेकिन वर्तमान में ये वाले बिजली के तार भी खस्ताहाल हो चुके हैं और हादसे को आमंत्रित कर रहे हैं।
इसका उदाहरण आवास विकास सेक्टर 1 में मौत को दावत देता बिजली का पोल जड़ से टूट
पार्क की दीवार पर टिक गया था और हादसे कौन दावत दे रहा था। यह घटना एक स्थान की नहीं है बल्कि डर-डर होते तार और खामोश की समस्या सारे शहर में व्याप्त है लोग बिजली की स्पार्किंग होते ही दहशत में आते दिखाई देते हैं अक्सर ही जर्जर विद्युत तारों से आग निकालने जैसी घटनाएं होती रहती हैं। विभाग से नागरिकों ने मांग लिया है कि जहां तक संभव हो सके इन कामो को सुधरवाया जाए और जो डिब्बे लगाए गए थे उन देबो के अंदर से कनेक्शन दिए जाएं ताकि कनेक्शन सुरक्षित रह सके और जहां पर अधिक खराबी हो हो उन तारों को बदलवाया जाए और जो खंम्भे क्षतिग्रस्त हैं उनको बदलवाकर नागरिकों की सुरक्षा की जाए।





