संजय कुमार जैन
नई दिल्ली | जामिया मिल्लिया इस्लामिया (जेएमआई) के मल्टी डिसिप्लिनरी सेंटर फॉर एडवांस्ड रिसर्च एंड स्टडीज (एमसीएआरएस) के शोधकर्ताओं ने ब्लड कैंसर के मरीजों के लिए जीन थेरेपी आधारित वैक्सीन विकसित करने में महत्वपूर्ण सफलता हासिल की है। क्लीनिकल ट्रायल में मध्यम आयु वर्ग के एक मरीज को तीन महीने पहले यह वैक्सीन डोज दी गई थी, जिसके बाद मरीज के कैंसर मुक्त होने का दावा किया गया है। उल्लेखनीय है कि इस उपचार के बाद मरीज में कोई दुष्प्रभाव भी नहीं देखा गया है।
एमसीएआरएस में असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. तनवीर अहमद के नेतृत्व में आठ से दस शोधकर्ताओं की टीम ने इस वैक्सीन को विकसित किया है। इस शोध को फरवरी 2025 में इंटरनेशनल जर्नल ‘सेल रिपोर्ट मेडिसिन’ ने स्वीकार किया है। इसके अलावा, वैक्सीन के पेटेंट के लिए भी आवेदन किया जा चुका है।
शोधकर्ताओं का दावा है कि ब्लड कैंसर के मरीजों के लिए यह वैक्सीन भविष्य में किफायती दरों पर उपलब्ध होगी। वर्तमान में, इस वैक्सीन का सात अन्य मरीजों पर ट्रायल जारी है, जिनके नतीजे सकारात्मक रहने की उम्मीद है।
यह उपलब्धि न केवल जामिया मिल्लिया इस्लामिया के लिए, बल्कि पूरे चिकित्सा समुदाय के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जो ब्लड कैंसर के इलाज में नई संभावनाओं को उजागर करती है।