फर्रुखाबाद: जैन समाज (Jain society) ने 10 लक्षणों पर्व पर 10 धर्म का पालन करने का आवाहन किया और दसों धर्म को धारण करने की बात कही इस पर्व के विराम के बाद सोमवार को क्षमा वाणी पर्व का आयोजन किया गया जिसमें समाज के लोगों ने भारत भर में किया क्यों की एक दूसरे से क्षमा मांगी भगवान आदिनाथ के दरबार में माता देखकर क्षमा वाणी प्रार्थना की गई।
इस मौके पर कहा गया कि क्षमा मांगने से आत्म बल में बढ़ोतरी होती है। कहां गया की क्षमता सबसे बड़ा हथियार है क्षमा मांगने से पूर्व व्यक्ति स्वयं में अपनी गलती पर पश्चाताप करता है वास्तव में क्षमा मांगने से छुट्टियों का जड़ से समापन हो जाता है इसलिए क्षमा वाणी पर्व समाज के लिए और समाज के सुधार के लिए एक महत्वपूर्णपर्व है।
10 दिनों से चले आयोजनों के दौरान लोगों ने दसों धर्म के बारे में संतों के माध्यम से प्रवचन सुने और उनका लाभ प्राप्त किया। जैन मंदिर लोहड़ी रोड में मनाए गए स्पर्म के दौरान संजय जैन मोहित जैन मयंक जैन कन्हैयालाल जैन नीलम चंद जैन, स्वीटी जैन, गुंजा , अनीता,पूनम,सुचिता समेत समाज के तमाम लोगों ने भागीदारी की।