फर्रुखाबाद । ब्रह्माकुमारी संस्था की प्रथम मुख्य प्रशासिका मातेश्वरी जगदंबा सरस्वती का स्मृति दिवस ओर निवास जटवारा जदीद केन्द्र पर मनाया या गया।
बी के शोभा बहन ने कहा कि मम्मा धैर्यता की अवतार थीं शांति की अवतार थी पवित्रता की अवतार थी मम्मा अपने से छोटों को भी बहुत सम्मान सूचक शब्दों से संबोधित करती थी मां जगदंबा का जीवन सादगी और सरलता संपन्न था।
शोभा बहन ने यह भी बताया कि जगदंबा मां का व्यक्तित्व समस्त नारी जगत के लिए गौरव और प्रेरणा स्रोत था मम्मा ने आध्यात्मिक शक्ति के द्वारा मानवता की सेवा के पथ को उस समय चुनाव जब नारियों को घर से बाहर निकालने की अनुमति नहीं होती थी भारतीय संस्कृति के उत्थान के लिए मातेश्वरी मां का यह त्याग समर्पण और सेवा तथा विश्व के लिए अत्यंत गौरव का विषय है।
संतोष बहन ने कहा कि मम्मा आधुनिक युग की चैतन्य देवी थी उन्हें श्री ज्ञान गुण और शक्तियों को धारण करके लोगों को अनुभव करने का दिव्य वरदान प्राप्त था जैसा उनका नाम था वैसा ही उनका जीवन था परमात्मा शिव ने मामा के सिर पर ज्ञान अमृत का कलश रखा मम्मा उसे धारण कर सुनाने के निमित्त बनी और हमेशा कहती थी कि यह परमात्मा का प्रसाद है मिला हुआ सुन रही हूं उनकी वाणी में मधुरता सच्चाई ही झलकती थी।
इस मौके पर कुमारी श्रेया और कुमारी खुशी ने मम्मा की विशेषताओं में कहा कि मम्मा की दृष्टि कभी किसी की आत्मा के प्रति चेंज नहीं होती थी मम्मा के अंदर सत्यता पवित्रता झलकती थी मम्मा नियम मर्यादाओं में खुद एक्यूरेट रही और सबको भी सिखाया, इस मौके पर सभी ने सारा दिन योग तपस्या कर भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की एवं ब्रह्मा भोजन स्वीकार किया काफी भाई-बहन ने भी उपस्थित रहे।