– सोमनाथ ने बताया- अंतिम 17 मिनट तक नहीं था भरोसा कि लैंडिंग सफल होगी
नई दिल्ली। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अध्यक्ष एस. सोमनाथ ने चंद्रयान-3 मिशन की सफलता को लेकर एक बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने कहा कि अंतिम 17 मिनट तक वैज्ञानिकों को भी पूरा विश्वास नहीं था कि विक्रम लैंडर चंद्रमा पर सफलतापूर्वक उतर पाएगा।
दिल्ली में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सोमनाथ ने बताया कि जब लैंडर चंद्रमा की सतह की ओर बढ़ रहा था, तब टीम के भीतर तनाव चरम पर था। उन्होंने कहा, “हमने उस पल के लिए वर्षों तक तैयारी की थी, लेकिन अंतिम क्षण तक आशंका बनी हुई थी। जैसे-जैसे लैंडिंग की घड़ी करीब आ रही थी, हम भगवान से प्रार्थना कर रहे थे।”
उन्होंने यह भी कहा कि इसरो की सफलता के पीछे वर्षों की कड़ी मेहनत, निरंतर सुधार और असफलताओं से सीखा गया अनुभव है। चंद्रयान-2 की असफलता के बाद वैज्ञानिकों ने विक्रम लैंडर के डिजाइन और नेविगेशन प्रणाली में बड़े बदलाव किए।
इसरो प्रमुख का यह बयान उस समय आया है जब भारत अब सूर्य मिशन ‘आदित्य एल1’ की ओर बढ़ रहा है। चंद्रयान-3 की सफलता ने भारत को वैश्विक अंतरिक्ष प्रतिस्पर्धा में अग्रणी स्थान दिलाया है और अब इसरो का अगला लक्ष्य गगनयान मानव मिशन है।