अयोध्या: अयोध्या (Ayodhya) में रामलला (Ramlala) की दिव्य मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के करीब डेढ़ साल बाद आज गुरुवार को राम मंदिर में ‘राम दरबार’ (Ram Darbar) की प्राण प्रतिष्ठा हुई है। वैदिक मंत्रों और पूजा-अर्चना के साथ विधि विधान से राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा की गई। अभिजीत मुहूर्त में हुई प्राण प्रतिष्ठा के दौरान पुजारियों और आचार्यों के साथ सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) मौजूद थे। रामलला के गर्भगृह के पहले तल पर राम दरबार बनाया गया है- जहां श्रीराम, सीता, लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न के साथ हनुमान जी की मूर्तियां स्थापित की गई हैं।
करोड़ों भक्तो को इस दिन का लंबे समय से इंतजार था। अब राम दरबार तैयार हो चुका है और प्राण प्रतिष्ठा के साथ सिंहासन पर सिया और राम विराज चुके हैं। सिया और राम की अद्भुत मूर्ति है। श्रीराम और माता सीता के अलावा दरबार में लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न के साथ-साथ हनुमानजी की मूर्ति विराजमान है। हनुमानजी राम जी के चरणों के समीप बैठे हुए हैं। हीरे और सोने-चांदी के मुकुट और आभूषणों से श्रृंगार हुआ है। ऐसी आभा है कि बस कुछ पूछो ना। यह अलौकिक नजारा आंखों से नहीं जा रहा है।
राम मंदिर के उदघाटन के समय राम दरबार तब तैयार नहीं हो पाया था। अयोध्या के राम जन्मभूमि मंदिर में रामलला के गर्भगृह के ऊपर यानी फर्स्ट फ्लोर पर राम दरबार बनाया गया है। रामलला के गर्भगृह की तरह ही राम दरबार में भी दीवारों और खंभों पर देवी-देवताओं की कलाकृतियां और धार्मिक चिन्ह उकेरे गए हैं। यहां राम दरबार अन्य देव विग्रहों की प्राण-प्रतिष्ठा भी की गई है।
राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा में मौजूद रहे सीएम योगी ने कहा, प्रभु श्री राम की पावन जन्मभूमि श्री अयोध्या धाम में श्री राम जन्मभूमि मंदिर के प्रथम तल पर श्री राम दरबार सहित अष्ट देवालयों में देव विग्रहों के प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम में आज पूज्य साधु-संतों एवं धर्माचार्यों के पावन सान्निध्य में सहभाग का परम सौभाग्य प्राप्त हुआ। ‘रघुकुलनंदन’ की कृपा सकल संसार पर बनी रहे। सियावर रामचन्द्र की जय!