गाजीपुर: गाजीपुर (Ghazipur) में एंटी करप्शन टीम (anti-corruption team) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए एक जूनियर इंजीनियर (JE) और एक सहायक लाइनमैन को ट्यूबवेल बिजली कनेक्शन (tube well electricity connection) देने के नाम पर 8,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा। गिरफ्तारी मंगलवार को गाजीपुर जिले के नंदगंज थाना क्षेत्र के कुसुम्हिकाला गांव के ग्राम सचिवालय में हुई। गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान जूनियर इंजीनियर इंद्रजीत कुमार (तृतीय विद्युत वितरण मंडल के नंदगंज उपमंडल में तैनात) और सहायक लाइनमैन (अनुबंध पर) प्रमोद यादव के रूप में हुई है। गिरफ्तारी के बाद दोनों को नंदगंज पुलिस स्टेशन ले जाया गया, जहां उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया।
बाद में भ्रष्टाचार विरोधी टीम उन्हें आगे की कानूनी कार्यवाही के लिए अपने साथ ले गई। अधिकारियों के अनुसार, रामपुर मांझा क्षेत्र के नारी पंचदेवरा गांव के निवासी धर्मेंद्र यादव ने वाराणसी स्थित भ्रष्टाचार विरोधी कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने आरोप लगाया कि जूनियर इंजीनियर ने ट्यूबवेल बिजली कनेक्शन को मंजूरी देने के बदले रिश्वत की मांग की थी। धर्मेंद्र ने बताया कि उनके दादा महादेव यादव ने अपनी कृषि भूमि पर बोरवेल लगवाया था और 17 दिसंबर को ट्यूबवेल कनेक्शन के लिए ऑनलाइन आवेदन किया था।
शिकायत में आरोप लगाया गया है कि न्यायिक परीक्षक ने 24 और 28 दिसंबर को आवेदन पर अनुकूल रिपोर्ट प्रस्तुत करने के बदले में 19,000 रुपये रिश्वत के रूप में मांगे, साथ ही आवेदक से आधिकारिक शुल्क के रूप में 5,600 रुपये ऑनलाइन जमा करने को कहा। जब शिकायतकर्ता ने 19,000 रुपये देने में असमर्थता व्यक्त की, तो न्यायिक परीक्षक ने कथित तौर पर 8,000 रुपये के अग्रिम भुगतान पर जोर दिया और कहा कि इसे प्राप्त करने के बाद ही वह आवेदन को आगे बढ़ाएगा और ऑनलाइन शुल्क जमा करने की अनुमति देगा।
मंगलवार को, न्यायिक परीक्षक ने धर्मेंद्र को पैसे लेने के लिए बुलाया। शिकायत पर कार्रवाई करते हुए, इंस्पेक्टर मुखर्जी सिंह के नेतृत्व में भ्रष्टाचार विरोधी दल नंदगंज पहुंचा। न्यायिक परीक्षक ने शिकायतकर्ता को कुसुम्हिकाला स्थित ग्राम पंचायत सचिवालय में आने को कहा, जहां उसने फिर से 8,000 रुपये की मांग की। जूनियर लाइनमैन (जेई) के निर्देश पर शिकायतकर्ता ने पैसा उनके सहायक प्रमोद यादव को सौंप दिया। उसी समय भ्रष्टाचार विरोधी टीम ने मौके पर छापा मारा और दोनों आरोपियों को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
इंद्रजीत कुमार वाराणसी जिले के चोलापुर पुलिस थाना क्षेत्र के एक गांव का निवासी है और नंदगंज बिजली उपकेंद्र में तैनात था। प्रमोद यादव, सहायक लाइनमैन, महाराजगंज जिले का निवासी है। गौरतलब है कि जूनियर लाइनमैन इंद्रजीत कुमार का इस वर्ष सितंबर में जमानिया से नंदगंज तबादला हुआ था।


