– पवन और पंकज कटियार के खिलाफ प्रशासन ने कसा शिकंजा
– करोड़ों की जीएसटी चोरी, फर्जी बिल, कब्जे और धमकी की जांच शुरू
– सरकारी तालाब पाट अवैध प्लाटिंग के मामले में भी जांच
– प्रकरण का मंडलायुक्त तक संज्ञान
फर्रुखाबाद: जिले के कुख्यात तेल माफिया पवन और पंकज कटियार की अवैध गतिविधियों पर जिला प्रशासन ने सख्ती शुरू कर दी है। नेकपुर कला के निकट आवाज विकास कॉलोनी में अवैध प्लाटिंग और सरकारी तालाब को पाटकर किए गए कब्जे के मामले में उच्चस्तरीय जांच का आदेश दिया गया है। प्रशासन का दावा है कि यह जांच माफियाओं के पूरे नेटवर्क को उजागर कर सकती है।
सरकारी जमीन पर बना डाली आलीशान कोठी
जानकारी के मुताबिक माफिया पवन और पंकज ने अपने रिश्तेदार,अनिल कटियार चंदू के साथ मिलकर न केवल तेल का अवैध कारोबार किया, बल्कि करोड़ों रुपये की जमीनें भी हाल ही में ख़रीदीं।साथ ही जीएसटी चोरी कर काला साम्राज्य खड़ा किया। सदर तहसील के गांव धंसुआ में ग्रामसभा की भूमि पर कब्जा कर आलीशान कोठी बना ली गई है। एम आर कोल्ड स्टोरेज के सामने की जमीन पर भी अवैध कब्जा कर रखा गया है, जिसकी जांच अलग से की जा रही है।
तेल कंपनियों के नाम पर किसानों से धोखाधड़ी
रोशनाबाद स्थित पवन कटियार के सियाराम बायो फ्यूलिंग स्टेशन को प्रशासन ने पहले ही सील कर दिया है। पुलिस अब उसकी जांच में जुटी है और वहां से लिए गए सैंपल कन्नौज लैब में जांच को भेजे गए हैं। खुटिया में इनके एक और पेट्रोल पंप पर भी संदिग्ध गतिविधियां पाई गईं, जो फिलहाल बंद है।
नायरा कंपनी के नाम पर फर्जी बिल जारी कर किसानों को तेल बेचे जाने की बात सामने आई है। कंपनी के सेल्स अधिकारी खुद जांच में जुटे हैं। उन्होंने संकेत दिए हैं कि कंपनी इन माफियाओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के साथ-साथ 6 करोड़ रुपये की मानहानि का दावा भी करेगी।
प्रशासन पर दबाव बनाने की साजिश
जब कानून का शिकंजा कसने लगा तो पवन कटियार ने जिलाधिकारी और जिला पूर्ति अधिकारी को बदनाम करने की साजिश शुरू कर दी। वह खुलेआम कहता फिर रहा है कि उसकी ‘ऊपर तक सेटिंग’ हो चुकी है और अब उसका कुछ नहीं बिगड़ेगा। यह बयान भी प्रशासनिक हलकों में चर्चा का विषय बन गया है।
प्रदेशभर में माफिया विरोधी कार्रवाई, यूपी नेडा में टीम गठित
प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए सरकार ने पूरे प्रदेश में इस प्रकार के फर्जी पंपों और तेल माफियाओं के नेटवर्क की जांच के लिए विशेष टीमें गठित की हैं। नोएडा ,बरेली,आगरा,कानपुर समेत कई जिलों में सत्यापन अभियान शुरू कर दिया गया है, जिससे माफियाओं में हड़कंप मचा है।
यूपी नेडा प्रशासन का कहना है कि किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। जांच में यदि रसूखदारों के नाम सामने आते हैं तो उनके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी। यह प्रकरण जिले में भ्रष्टाचार और माफिया नेटवर्क के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई का संकेत बन सकता है।