न परमिट, न फिटनेस, न लाइसेंस— फिर भी धड़ल्ले से जारी संचालन
परिवहन विभाग की रहस्यमयी चुप्पी पर सवाल — क्या इंतज़ार है किसी बड़े हादसे का?
सीतापुर: श्यामनाथ फाटक से दिल्ली (Delhi) तक डग्गामार डबल डेकर बसों (double decker buses) का अवैध संचालन खुलेआम जारी है। ये बसें बिना परमिट, फिटनेस सर्टिफिकेट और लाइसेंस के राजधानी तक यात्रियों को लेकर दौड़ रही हैं। इनमें बस संख्या UP34AT9642 विशेष रूप से चर्चा में है, जो हाई स्पीड में दौड़ती नजर आती है। बस की गति देखकर दोपहिया और चारपहिया वाहन सवार खुद को सड़क से हटाने को मजबूर हो जाते हैं।
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि इस खतरनाक और अवैध संचालन को लेकर परिवहन विभाग की ARTO टीम पूरी तरह से मौन है। न कोई जांच, न कोई कार्रवाई। इससे साफ संकेत मिलते हैं कि या तो अधिकारी जानबूझकर आंखें मूंदे हुए हैं, या फिर मिलीभगत का खेल चल रहा है।
क्या परिवहन विभाग को इस अवैध संचालन की जानकारी नहीं?
क्या किसी बड़े हादसे के बाद ही जागेगा सिस्टम?
सड़क सुरक्षा के नियमों की खुलेआम उड़ रही धज्जियों पर कार्रवाई कब होगी?
जनता का सवाल:
ARTO की टीम किस जिम्मेदारी से भाग रही है?
यह मामला केवल डग्गामार बसों का नहीं, जनसुरक्षा और प्रशासनिक जवाबदेही का प्रश्न बन चुका है। यदि समय रहते सख्ती न बरती गई, तो इसका खामियाजा निर्दोष यात्रियों को भुगतना पड़ सकता है।