ट्रैफिक सिपाही के मिली भगत से टैक्सी संचालन रुकने का नाम नहीं ले रहा है यही नहीं मनकापुर बस स्टॉप अवैध टैक्सी स्टैंड बने हुए हैं जबकि उनकी परमिट दर्जी कुआं से है फिर भी मनकापुर बाईपास भी अपना टैक्सी स्टैंड बनाए हुए हैं
प्रदीप तिवारी
गोण्डा: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अवैध टैक्सी स्टैंडों को हटाने के आदेश दिए थे,लेकिन गोण्डा श हर में यह आदेश लागू होते नहीं दिख रहे हैं।शहर में अवैध टैक्सी स्टैंड (taxi stand) लगातार चल रही है,लेकिन पुलिस और अफसर इस ओर अनजान बने हुए हैं। यहां से अधिकारी गुजरते हैं और उनके सामने ही यह खेल जारी रहता है,लेकिन कानों पर जू तक नहीं रेंग रही है।
शहर में नगर पालिका की ओर से किसी भी स्थान पर वैध पार्किंग नहीं है।यही कार ण है कि शहर के गुरु नानक पुलिस चौकी के आगे और पीछे,एलबीएस चौरा हा,सरयू प्रसाद कन्या पाठशाला के सामने बनी दु काने के बाहर,स्कूल-कालेजों के बाहर सिटी कार्ट मॉल और वी मार्ट शॉपिंग माल के सामने वाहनों की अवैध पार्किंग लगी रहती थी।इस कारण सड़ कों पर जाम की समस्या बनी रहती है।
मुख्यमंत्री योगी के आदेश के बाद पुलिस-प्रशासन ने सख्ती से अभियान चलाकर अवैध पार्किंग हटाने का का र्य किया था,लेकिन कुछ स्थानों पर अभी भी अवैध पार्किंग में ही वाहन खड़े हो रहे हैं।अवैध पार्किंग और सड़कों पर आसपास वाहन खड़े करने वाले लोगों के सामने भी वैध पार्किंग की समस्या है। शहर में कई मार्केट तो ऐसी है,जहां पार्किंग की कोई व्यवस्था ही नहीं है।इस कारण ग्राहकों को भी परेशानी का सामना करना पड़ता है।नगर पालिका इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रही है।न ही शहर में किसी भी जगह वैध पार्किंग की कोई जगह पिछले कुछ सालों से नहीं मिल सकी है।जबकि कुछ दिन पूर्व ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी ईओ व एसएसपी-डीएम के साथ वर्चुअल संवाद करते हुए वैध पार्किंग के लिए जगह तलाशने की बात कही थी।गोंडा शहर में कोई सुधार नहीं हुआ हैं।
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गुरु नानक पुलिस चौकी के सामने शहर में अवैध टैक्सी स्टैंड का संचालन किया जा रहा है।मनमाने ढंग से संचालित टैक्सी स्टैंड पर बेतरतीब खड़े होने वाले वाहन जाम की समस्या को बढ़ा रहे हैं।इससे यातायात व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है।अवै ध रूप से संचालित टैक्सी स्टैंडों पर शिकंजा कस ने में पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी नाकाम दिख रहे हैं।टैक्सी स्टैंड संचालकों पर सत्ताधारी दल के नेताओं की सरपरस्ती है,इससे जिम्मेदार भी हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं।कई बार रोडवेज कर्मचारियों ने यह मुद्दा प्रमुखता से उठाया और कई लोगों पर ए फ आई आर तक दर्ज हुईं थी।
वही शहर में दर्जनों से अधिक स्थानों पर अवैध टैक्सी स्टैंड का संचाल न किया जा रहा है।सवारियां बैठाने के लिए सड़क पर आड़े-तिरछे वाहन खड़े किए जाते हैं।सड़क पर चलने वाली रोडवेज बसों के आगे वाहनों को लगा कर सवारियों को बैठाया जाता है।अवैध टैक्सी स्टैं ड के खिलाफ कई बार लोगों ने धरना प्रदर्शन कि या लेकिन राजनीतिक संरक्षण के चलते उनकी आ वाज नक्कारखाने में तूती बनकर रह गई हैं।