फर्रुखाबाद शनिवार सुबह बढ़पुर क्षेत्र के इस्माईलगंज में एक बेहद दुखद और चिंता जनक घटना सामने आई, जहां 52 वर्षीय होटल मालिक विनोद कुमार ने अपने घर में फांसी लगाकर जीवन का अंत कर लिया। परिजनों ने जब सुबह उन्हें देखने गए तो पाया कि वे घर के पंखे से लटके हुए थे।जानकारी के अनुसार, विनोद कुमार लंबे समय से आर्थिक तंगी से जूझ रहे थे। वे सातनपुर मंडी में एक होटल चलाते थे, जो कुछ समय पहले बंद हो गया था। इस होटल के संचालन में आई चुनौतियों और लगातार बढ़ते कर्ज ने उन्हें मानसिक रूप से अत्यधिक दबाव में डाल दिया था। उनके ऊपर लगभग 35 से 40 लाख रुपये का कर्ज था, और कर्जदार लगातार फोन और दबाव डालकर भुगतान की मांग कर रहे थे। परिवार के लोग और परिजन बताते हैं कि लगातार बढ़ते कर्ज और कर्जदारों के दबाव ने विनोद को मानसिक रूप से टूटने पर मजबूर कर दिया।विनोद कुमार का व्यक्तिगत जीवन भी दुख और परेशानियों से भरा रहा। उनकी पहली पत्नी का देहांत हो चुका था और वर्तमान में वे अपनी दूसरी पत्नी के साथ रह रहे थे। इसके अलावा, लगभग एक साल पहले उनकी बेटी ने भी फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी, जिससे परिवार पहले ही गहरे शोक और मानसिक तनाव में था। यह घटनाक्रम यह दर्शाता है कि लंबे समय तक घरेलू कलह और आर्थिक समस्याओं के बोझ तले दबा व्यक्ति किस हद तक मानसिक रूप से परेशान हो सकता है।घटना के संबंध में शहर कोतवाली प्रभारी राजीव पांडेय ने बताया कि घटनास्थल पर फॉरेंसिक टीम ने पूरी जांच की है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है और पुलिस तहरीर और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।मृतक के भतीजे गोपाल ने कहा कि घरेलू कलह, आर्थिक तंगी और लगातार मानसिक दबाव के कारण विनोद ने यह आत्मघाती कदम उठाया। इस दुखद घटना ने पूरे इलाके में शोक की लहर फैला दी है और स्थानीय लोगों में चिंता की स्थिति पैदा कर दी है। इस घटना से यह संदेश भी मिलता है कि मानसिक स्वास्थ्य और आर्थिक दबाव को गंभीरता से लेना अत्यंत आवश्यक है।




