सिर्फ विषय नहीं बल्कि संस्कार के रूप में हिंदी को स्वीकार करें विद्यार्थी: दीपिका राजपूत
फर्रुखाबाद: उत्तर प्रदेश साहित्य सभा के बैनर तले हिंदी पखवाड़ा के अंतर्गत संगोष्ठी का आयोजन फतेहगढ़ स्थित GGIC के सभागार (collectorate) में किया गया। संस्था के प्रदेश अध्यक्ष डा. शिव ओम अंबर मौजूद रह कर कोर्ट से कलेक्ट्रेट तक हिंदी भाषा के प्रयोग पर बोल दिया। हिंदी को कामकाज की भाषा बनाया जाना बहुत जरूरी है।
कार्यक्रम के संयोजक युवा साहित्यकार वैभव सोमवंशी के संचालन और डा. अंबर की अध्यक्षता में हुए कार्यक्रम में वरिष्ठ कवि महेशपाल सिंह उपकारी , डा.गरिमा पांडेय, दीप संस्था अध्यक्ष निमिष टंडन, युवा कवियत्री सुश्री स्मृति अग्निहोत्री, वैभव सोमवंशी सुभाग, अध्यक्ष कवि डा.शिवओम अंबर ने काव्य पाठ किया। राजकीय बालिका इंटर कॉलेज की प्रधानाचार्या दीपिका राजपूत ने सभी साहित्यिक जनों का स्वागत किया।
उन्होंने कहा कि गांव गांव घर घर और विद्यालयों में हिंदी की अलख जगाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हिंदी को सिर्फ विषय के रूप में बच्चे ना पढ़ें बल्कि उसे संस्कार के रूप में स्वीकार करें। इस अवसर पर विद्यालय की अध्यापिकाएं, छात्राएं व साहित्य प्रेमी मौजूद रहे।