फर्रुखाबाद: जनपद में फरार गैंगस्टर (absconding gangster) सपा नेता और नॉन-प्रैक्टिसनर वकील योगेंद्र सिंह यादव उर्फ चुन्नू (Non-practicing lawyer Yogendra Singh Yadav alias Chunnu) के गुर्गों पर एक मकान पर जबरन कब्जा करने का गंभीर आरोप सामने आया है। आरोप है कि मकान खाली कराने की बात कहने पर मकान मालिक पर झूठा छेड़खानी का आरोप लगवाकर पुलिस पर दबाव बनाने की कोशिश की गई।
मामला भोलेपुर क्षेत्र स्थित एक मकान से जुड़ा है। मकान मालिक दिग्विजय कटियार पुत्र स्व. राम किशोर कटियार, जो वर्तमान में एनटीपीसी औरंगाबाद (बिहार) में चार्टर्ड अकाउंटेंट के पद पर तैनात हैं, ने आरोप लगाया है कि गैंग के इशारे पर उनके खिलाफ झूठा प्रार्थना पत्र दिया गया। सूत्रों के अनुसार कब्जेदार सुषमा यादव पत्नी श्याम प्रकाश, निवासी नई कॉलोनी फतेहगढ़, और उसका पुत्र वैभव यादव, चंन्नू यादव व जग्गू यादव के करीबी बताए जा रहे हैं। आरोप है कि इन्हीं के दबाव में 15 दिसंबर 2025 को पुलिस अधीक्षक को झूठा छेड़खानी का प्रार्थना पत्र दिया गया।
हालांकि पुलिस जांच में पूरी घटना झूठी पाई गई, जिसके बाद छेड़खानी के आरोपों की पुष्टि नहीं हुई। बताया गया कि इसी गैंग से जुड़े सुनील यादव निवासी नेकपुर ने भोलेपुर स्थित मकान में दो कमरे किराए पर ले रखे थे। मामला पुलिस तक पहुंचने के बाद सुनील यादव ने कमरा खाली करने का आश्वासन दिया, लेकिन एक कमरे की चाबी अपने पास रखी बाद में वह चाबी उत्कर्ष यादव पुत्र राजेंद्र कुमार यादव को दे दी आरोप है कि यह चाबी आगे चलकर सुषमा यादव के पास पहुंच गई।
पुलिस को दी गई लिखित तहरीर में सुनील यादव ने दूसरे कमरे की चाबी 24 दिसंबर 2025 को मकान मालिक दिग्विजय कटियार और उनकी पत्नी पूनम कटियार को सौंपने की बात कही है। सूत्रों का कहना है कि चुन्नू, जग्गू यादव और चंदू यादव से जुड़ा यह गैंग मकान पर इसलिए कब्जा करना चाहता है, क्योंकि मकान मालिक बाहर राज्य में नौकरी कर रहे हैं। इसी का फायदा उठाकर दबंगों द्वारा कब्जे की कोशिश की जा रही है।
पुलिस कार्रवाई पर निगाहें
फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। झूठे आरोप लगाकर दबाव बनाने और मकान पर कब्जे की कोशिश के आरोपों ने कानून-व्यवस्था को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। अब देखना यह है कि पुलिस इस पूरे गैंग के खिलाफ आगे क्या सख्त कार्रवाई करती है।


