शमसाबाद, फर्रुखाबाद: ज़िले में मंगलवार सुबह अचानक मौसम का मिजाज बदल गया, तेज बारिश (Heavy rain) और तूफानी हवाओं ने न सिर्फ आम जनजीवन को प्रभावित किया बल्कि किसानों को भी भारी नुकसान पहुंचाया। मंगलवार सुबह कायमगंज-फर्रुखाबाद मार्ग पर ग्राम हजियापुर के निकट एक विशाल पेड़ तेज हवाओं के चलते मुख्य सड़क पर गिर गया, जिससे दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई। ग्रामीणों की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से पेड़ को हटवाया और यातायात सुचारू कराया।
इस दौरान छोटे-बड़े वाहन गांव के वैकल्पिक रास्तों से गुजरते रहे। जाम खुलने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली।
फैजबाग चौकी के पास दशकों पुराना इमली का पेड़ भी तेज हवाओं के कारण गिर गया। इस स्थान पर एक टेंट हाउस और बाइक रिपेयरिंग सेंटर भी मौजूद था। पेड़ की एक भारी भरकम शाखा गिरते ही वहां भगदड़ मच गई, लेकिन सौभाग्यवश कोई जनहानि नहीं हुई। लोग बाल-बाल बच गए।
तूफानी हवाओं और बारिश ने किसानों की फसलों को भारी नुकसान पहुंचाया। कई जगहों पर गन्ने की फसलें पूरी तरह धराशायी हो गईं, वहीं धान की फसलें भी गिर गईं। इस क्षेत्र में कई किसान आलू की गढ़ाई की तैयारियों में जुटे थे, लेकिन बारिश ने उनकी मेहनत पर पानी फेर दिया।
ग्रामीणों का कहना है कि आलू गढ़ाई का कार्य आधा-अधूरा था, और बारिश से तैयार आलू भीग गए। हालांकि कुछ किसानों ने बताया कि यह पानी सिंचाई के लिहाज से फायदेमंद रहा और उन्हें इस कारण हजारों रुपए की बचत हुई। भीषण गर्मी से राहत तो मिली, लेकिन तूफानी हवाओं ने ग्रामीण क्षेत्रों में जमकर तबाही मचाई। कई घरों के छप्पर उड़ गए, कुछ लोगों की टीन शेड तक उड़ गईं।
हालांकि बारिश का लोग आनंद लेते भी नजर आए।अचानक हुई तेज बारिश के कारण गांवों की सफाई व्यवस्था की हालत खुलकर सामने आ गई। जगह-जगह गंदगी, नालियों का ओवरफ्लो और गलियों में कीचड़ से लोग परेशान रहे। ग्रामीणों ने नाराजगी जताते हुए कहा कि लगता है सफाईकर्मी अपने कर्तव्यों को भूल चुके हैं।