बलरामपुर ललिया थाना क्षेत्र में सोमवार सुबह एक हृदयविदारक हादसे ने पूरे गांव को दहला दिया। मदरहवा गांव के पास बालू भरने जा रही एक बैलगाड़ी अनियंत्रित होकर सड़क किनारे बने गहरे तालाब में जा गिरी। हादसे में बैलगाड़ी सवार पिता-पुत्र की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दोनों बैलों ने भी तालाब में डूबकर दम तोड़ दिया।
घटना सुबह करीब 6:30 बजे की है। जानकारी के अनुसार, मोतीपुर निवासी बनिया (50 वर्ष) अपने इकलौते पुत्र दीपक कुमार (25 वर्ष) के साथ बैलगाड़ी से पड़ोसी गांव बालू भरने जा रहा था। मदरहवा गांव के पास पहुंचते ही बैलगाड़ी का एक पहिया फिसल गया, जिससे उसका संतुलन बिगड़ गया और गाड़ी सीधे गहरे तालाब में जा गिरी। पिता-पुत्र दोनों बैलगाड़ी समेत तालाब में समा गए।
स्थानीय ग्रामीणों ने घटना देखी तो शोर मचाते हुए मौके पर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी। ललिया थाना पुलिस तत्काल घटनास्थल पर पहुंची और स्थानीय गोताखोरों की मदद से रेस्क्यू अभियान शुरू किया गया। करीब दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद दोनों के शवों को बाहर निकाला जा सका, लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी।
उधर, हादसे की खबर घर पहुंचते ही परिवार में कोहराम मच गया। मां और परिजन रोते-बिलखते घटनास्थल पहुंचे। ग्रामीणों ने बताया कि बनिया मेहनतकश किसान था और अक्सर बैलगाड़ी से मिट्टी व बालू ढोने का काम करता था। दीपक उसका इकलौता पुत्र था और पिता के साथ काम में मदद करता था। अचानक हुई इस घटना से पूरा परिवार उजड़ गया।
तहसीलदार विश्व दीपक त्रिपाठी ने बताया कि मौके पर नायब तहसीलदार और राजस्व कर्मियों की टीम पहुंच चुकी है और आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है। प्रशासन ने मृतकों के परिवार को हरसंभव सहायता देने का आश्वासन दिया है।


