लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य की प्रशासनिक सेवा को और सशक्त बनाते हुए 22 वरिष्ठ पीसीएस अधिकारियों को भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) कैडर में पदोन्नत कर दिया है। मुख्यमंत्री (Chief Minister) योगी आदित्यनाथ से नवपदोन्नत अधिकारियों ने शिष्टाचार भेंट की, जिसमें मुरादाबाद के अपर जिलाधिकारी प्रशासन गुलाबचंद चौधरी (Gulabchand Chaudhary) ने मुख्यमंत्री को भगवान गणेश की प्रतिमा भेंट कर एक भावपूर्ण और गरिमामय क्षण प्रस्तुत किया।
गुलाबचंद चौधरी उत्तर प्रदेश के उन प्रशासनिक अधिकारियों में शामिल हैं जो कर प्रणाली में पारदर्शिता, राजस्व सुधार और जन शिकायत निवारण के लिए व्यापक रूप से पहचाने जाते हैं। मुरादाबाद में एडीएम रहते हुए उन्होंने टैक्स वसूली की प्रक्रिया को डिजिटल और प्रभावी बनाने, फील्ड विजिट को नियमित करने और जनसेवा में संवेदनशीलता का उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत किया है।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी नवप्रोन्नत अधिकारियों को बधाई देते हुए कहा कि राज्य सरकार उन अधिकारियों को पूरा सम्मान देती है जो ईमानदारी, प्रतिबद्धता और सेवा भाव से कार्य करते हैं।
प्रशासनिक मशीनरी की मज़बूती इन्हीं सिद्धांतों पर निर्भर करती है।आईएएस कैडर में पदोन्नत अधिकारियों में सहारनपुर के अपर आयुक्त भानु प्रताप यादव, यूपीएसएसएससी के परीक्षा नियंत्रक विधान जायसवाल, गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के सचिव राजेश कुमार सिंह, सिद्धार्थनगर के मुख्य विकास अधिकारी बलराम सिंह, यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के विशेष कार्याधिकारी शैलेंद्र कुमार भाटिया, उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के उप सचिव देवी प्रसाद पाल, मुरादाबाद विकास प्राधिकरण की सचिव अंजू लता, दिव्यांगजन सशक्तीकरण निदेशालय के संयुक्त निदेशक जय नाथ यादव, मुरादाबाद के अपर जिलाधिकारी प्रशासन गुलाबचंद चौधरी, वक्फ न्यायाधिकरण लखनऊ के सदस्य राम सुरेश वर्मा और गाजियाबाद के अपर जिलाधिकारी प्रशासन रण विजय सिंह शामिल हैं।
इन अधिकारियों ने अपने अपने कार्यक्षेत्रों में वर्षों तक सेवा करते हुए जनहित, सुशासन और विकास योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उनकी पदोन्नति केवल व्यक्तिगत सम्मान नहीं, बल्कि प्रदेश की प्रशासनिक क्षमता को नई दिशा देने वाला निर्णय माना जा रहा है।गुलाबचंद चौधरी की गणेश प्रतिमा भेंट कर मुख्यमंत्री से भेंट की पहल प्रशासनिक मर्यादा और भारतीय संस्कृति से उनके जुड़ाव का परिचायक बनी। उनकी सादगी, गरिमा और सेवा भावना आने वाले युवा अधिकारियों के लिए प्रेरणा बनती जा रही है।