– संसद के मानसून सत्र में विपक्ष सरकार की राष्ट्रीय मसलों पर जबाबदेही सुनिश्चित करायेगा: प्रमोद तिवारी, उपनेता
पटना: राज्यसभा में विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने बिहार प्रदेश (Bihar state) के पूर्णिया में एक ही परिवार के पांच पांच लोगों की जिन्दा जलाकर वीभत्स हत्याकांड (Gruesome murder) को खौफनाक तथा कानून के राज (law of the jungle) के लिए गंभीर चिन्ताजनक करार दिया है। उन्होने कहा कि चैबीस घंटे के भीतर बिहार में कारोबारी व इंजीनियर तथा इस सामूहिक हत्याकांड से यह साबित हो गया है कि बिहार में कानून का राज नही जंगल का कानून चल रहा है।
प्रमोद तिवारी ने कहा कि दिल दहला देने वाली सामूहिक हत्याकाण्ड की इस लज्जाजनक वारदात के बाद बिहार में भाजपा व नीतीश गठबंधन की सरकार को सत्ता में बने रहने का अधिकार नहीं है। इस खौफनाक घटना से यह भी साबित हो गया है कि वहां के मुख्यमंत्री नीतीश के बूते शासन चला पाना सम्भव नही है। उन्होंने बिहार के उप मुख्यमंत्री द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव को लेकर की गयी गब्बर की टिप्पणी को पूरी तरह से अराजनैतिक करार दिया है।
उन्होने कहा कि राज्य के एक पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व केन्द्रीय मंत्री के साथ एक राजनैतिक दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष के खिलाफ इस प्रकार की ओछी टिप्पणी राजनैतिक मर्यादा को तार तार कर गयी है। उन्होने कहा कि बिहार के उप मुख्यमंत्री को इस प्रकार की घटिया राजनैतिक बयानबाजी के चलते उन्हें फौरन मंत्रिमण्डल से बाहर कर दिया जाना चाहिए। राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने कहा कि भाजपा जनता से जुड़े मुददों पर जबाबदेही से बचने के लिए इस प्रकार के गैरराजनैतिक हथकण्डे इस्तेमाल किया करती है।
उन्होने कहा कि मोदी सरकार की अर्थव्यवस्था के बिगड़े हालात के चलते देश में बढ़ती असमानता भी चिन्ताजनक है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के कार्यकाल में चंद अमीर तबके को ही लाभ हासिल हो रहा है। पूंजीपतियों की आय में बचत लगातार कई गुना बढ़ोत्तरी हो रही है। राज्य सभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने कहा कि आय की असमानता के चलते गरीब और मध्यम वर्ग कर्ज के बोझ में दबा हुआ है।
उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था के खस्ताहाल को छिपाने के लिए मोदी सरकार विश्वबैंक के आंकड़ों पर भी बाजीगरी करने से बाज नही आ रही है। प्रधानमंत्री के वैदेशिक दौरे के बीच एक बार फिर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड टंªप द्वारा भारत पाक सैन्य टकराव के सीजफायर का दावा दोहराना राष्ट्रीय स्वाभिमान के लिए चुनौती बनकर उभरा है।
प्रमोद तिवारी ने कहा कि संसद के मानसून सत्र में देश के मान सम्मान से जुड़े इस मसले को विपक्ष चर्चा का अहम मुददा बनाएगा। उन्होने कहा कि ट्रंप द्वारा टेªड के नाम पर इक्कीसवीं बार सीजफायर का दावा पेश करने से मोदी सरकार की कमजोरी के चलते देश की वैश्विक साख असहज हो उठी है। उन्होने कहा कि संसद के मानसून सत्र में विपक्ष आपरेशन सिन्दूर में सेना के शौर्य व पराक्रम को नमन करेगा।
उन्होंने कहा है कि मोदी सरकार की अर्थनीति तथा विदेश नीति व चैतरफा प्रबंधन में अदूरदर्शिता के कारण देश का हित प्रभावित हो रहा है। राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने मोदी सरकार को हर मोर्चे पर असफल करार देते हुए कहा है कि संसद के मानसून सत्र में विपक्ष सरकार की राष्ट्रीय मसलों पर जबाबदेही सुनिश्चित करायेगा।