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Thursday, September 19, 2024

ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे को फर्रुखाबाद से जोडऩे का प्रस्ताव मंजूर: क्षेत्रीय विकास में नई क्रांति

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यूथ इंडिया संवाददाता
कानपुर, फर्रुखाबाद। उत्तर प्रदेश के औद्योगिक और व्यापारिक विकास को गति देने के उद्देश्य से गाजियाबाद से कानपुर तक प्रस्तावित ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे को लेकर एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है। केंद्रीय सडक़ परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने संसद सदस्य मुकेश राजपूत और कानपुर के सांसद रमेश अवस्थी के आग्रह पर विचार करते हुए एक्सप्रेसवे को फर्रुखाबाद से जोडऩे की मंजूरी दे दी है। इस ऐतिहासिक निर्णय से फर्रुखाबाद और आसपास के जिलों के विकास को नई दिशा मिलेगी।
एक्सप्रेसवे की मुख्य विशेषताएं
कुल लंबाई: ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई लगभग 380 किलोमीटर होगी, जिसमें से 50 किलोमीटर का हिस्सा फर्रुखाबाद जिले से होकर गुजरेगा।
निर्माण लागत इस परियोजना की अनुमानित लागत 18,000 करोड़ रुपये है, जिसे केंद्र सरकार द्वारा वित्तपोषित किया जाएगा।
समय सीमा निर्माण कार्य 2025 के अंत तक पूरा होने की उम्मीद है, जिससे यह उत्तर प्रदेश के सबसे तेज और आधुनिकतम एक्सप्रेसवे में से एक बन जाएगा।
लाभान्वित जिले
गाजियाबाद, बुलंदशहर, कासगंज, फर्रुखाबाद, कानपुर देहात, और कानपुर नगर सहित 6 जिलों को इस एक्सप्रेसवे से सीधा लाभ मिलेगा।
फर्रुखाबाद से सांसद मुकेश राजपूत और कानपुर के सांसद रमेश अवस्थी ने इस परियोजना के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। मुकेश राजपूत ने कहा, इस एक्सप्रेसवे से फर्रुखाबाद जिले को राष्ट्रीय राजमार्ग नेटवर्क से जोडक़र न केवल स्थानीय उद्योगों को प्रोत्साहन मिलेगा, बल्कि कृषि और व्यापारिक गतिविधियों को भी गति मिलेगी। उन्होंने बताया कि इस परियोजना के लिए स्थानीय जनप्रतिनिधियों और व्यापारिक समुदाय ने काफी समय से मांग की थी, जिसे अब पूरा किया जा रहा है।
वहीं, कानपुर के सांसद रमेश अवस्थी ने भी इस परियोजना के लिए अपनी मजबूत पैरवी की। उन्होंने कहा, कानपुर और फर्रुखाबाद के बीच मजबूत यातायात कनेक्टिविटी दोनों जिलों के व्यापारिक संबंधों को और मजबूती देगी। उन्होंने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस एक्सप्रेसवे के निर्माण से कानपुर और फर्रुखाबाद दोनों जिलों के आर्थिक और सामाजिक विकास को नई दिशा मिलेगी।
जिले को इस एक्सप्रेसवे से जोडऩे का निर्णय क्षेत्र के विकास के लिए एक मील का पत्थर साबित होगा। इस मार्ग से न केवल व्यापारिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि स्थानीय पर्यटन, रोजगार और आर्थिक समृद्धि में भी वृद्धि होगी। फर्रुखाबाद की ऐतिहासिक धरोहरों तक पहुंच आसान होने से पर्यटन क्षेत्र को भी नई गति मिलेगी।
इसके अलावा, इस एक्सप्रेसवे के निर्माण से ग्रामीण क्षेत्रों में भी औद्योगिक इकाइयों की स्थापना की संभावना बढ़ जाएगी, जिससे रोजगार के नए अवसर उत्पन्न होंगे। स्थानीय व्यापारी और उद्यमी इस परियोजना को लेकर काफी उत्साहित हैं, क्योंकि इससे उनके उत्पादों को बड़े बाजारों तक पहुंचने में आसानी होगी।
ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे का फर्रुखाबाद से होकर गुजरना न केवल जिले के लिए बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश के लिए एक महत्वपूर्ण विकासात्मक कदम है। सांसद मुकेश राजपूत और रमेश अवस्थी की संयुक्त पहल से यह परियोजना साकार हो रही है, जो कि आने वाले समय में क्षेत्रीय विकास के लिए एक महत्वपूर्ण आधार बनेगी। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी द्वारा दी गई इस मंजूरी से अब यह सुनिश्चित हो गया है कि फर्रुखाबाद और कानपुर सहित पूरे क्षेत्र को विकास की नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया जा सकेगा।

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