गोरखपुर नीट की तैयारी कर रहे एक मेडिकल छात्र की हत्या के बाद सियासी हलचल तेज हो गई है। समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृह जनपद में हुई इस घटना को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए सरकार पर सीधा हमला बोला। अखिलेश यादव ने कहा कि गोरखपुर में कानून व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। उन्होंने पीड़ित परिवार को पाँच करोड़ रुपये का मुआवजा और एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की।
इस घटना पर कांग्रेस पार्टी ने भी कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष विश्वविजय सिंह ने आरोप लगाया कि प्रशासन के संरक्षण में पशु तस्करी का अवैध धंधा चल रहा है। उन्होंने कहा कि इसी तस्करी के चलते मेडिकल छात्र की जान गई है, जो बेहद दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण है। कांग्रेस ने मामले की उच्चस्तरीय जांच, दोषियों पर कड़ी कार्रवाई और पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता दिलाने की मांग की।
गोरखपुर के पिपराइच क्षेत्र में हुई इस घटना ने न केवल इलाके की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि सियासी दलों को भी सरकार के खिलाफ लामबंद कर दिया है। विपक्ष का कहना है कि जिस जिले से मुख्यमंत्री खुद आते हैं, वहां ऐसी घटनाएं सरकार की कार्यप्रणाली पर गंभीर प्रश्नचिह्न खड़े करती हैं।