गोवर्धन पूजा पर सीएम योगी ने की गौ सेवा, कहा भारत की समृद्धि का आधार है गौवंश

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गोरखपुर। गोवर्धन पूजा के पावन अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार सुबह गोरखनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना और गौ-सेवा की। इस दौरान उन्होंने प्रदेशवासियों को दीपोत्सव की श्रृंखला में गोवर्धन पूजा की हार्दिक शुभकामनाएं दीं और इसे भारत की कृषि प्रधान संस्कृति का प्रतीक बताया।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि “भारत जैसे कृषि प्रधान देश में गौ और गौवंश का विशेष महत्व है। गोवर्धन पूजा इस तथ्य का प्रतीक है और दीपावली जैसे महापर्व के साथ इस आयोजन को जोड़कर इसके महत्व को और भी प्रभावी बनाया गया है। मेरा सौभाग्य है कि आज सुबह मुझे गौ पूजन और गौ सेवा करने का अवसर प्राप्त हुआ है।”

उन्होंने कहा कि भारत की समृद्धि का आधार भारतीय गौवंश रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से आज देशभर में गोवर्धन योजना के तहत गाय के गोबर से बायो कंपोस्ट और इथेनॉल निर्माण के अभिनव कार्यक्रम चल रहे हैं, जो गौवंश संरक्षण और संवर्धन में बड़ी भूमिका निभा रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश में लगभग 16 लाख गौवंश ऐसे हैं जिन पर राज्य सरकार सब्सिडी दे रही है ताकि किसानों की फसलें सुरक्षित रहें। उन्होंने कहा कि इसके लिए तीन प्रमुख योजनाएं चलाई जा रही हैं — निराश्रित गोशाला योजना, सहभागिता योजना और कुपोषित परिवार सहायता योजना।

योगी ने बताया कि निराश्रित गोशाला योजना के तहत प्रत्येक गाय के लिए 1500 रुपये प्रति माह दिए जाते हैं, जबकि सहभागिता योजना में किसान को चार गौवंश दिए जाते हैं और प्रति गाय 1500 रुपये की सहायता दी जाती है। यानी परिवार को सरकार से आसानी से 6000 रुपये प्रतिमाह प्राप्त हो सकते हैं।

तीसरी योजना के तहत कुपोषित माताओं और बच्चों वाले परिवारों को निराश्रित गोशालाओं से गायें दी जाती हैं, जिनकी सेवा करने और दूध का उपयोग करने के साथ उन्हें 1500 रुपये प्रति माह का लाभ मिलता है।

सीएम योगी ने कहा कि इन योजनाओं से बड़ी संख्या में लोगों को लाभ मिला है। अन्नदाता किसान अब समृद्धि की दिशा में अग्रसर हैं और प्रधानमंत्री की प्रेरणा से गोवर्धन योजना के तहत संपीड़ित बायोगैस व इथेनॉल उत्पादन के कार्यक्रम शुरू हुए हैं, जिससे किसानों को अब गोबर का भी उचित मूल्य मिल रहा है।

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