गोंडा: अखण्ड ज्योति एवं परम वन्दनीया माताजी के दिव्य अवतरण के 100 वर्ष पूर्ण होने पर गायत्री परिवार (Gayatri Parivar) द्वारा 2026 के शताब्दी वर्ष आयोजन की दृष्टि से ‘ज्योति कलश यात्रा’ (Jyoti Kalash Yatra) का आयोजित कर रहा है। जिसमे एक दीप से दूसरा दीप जलाना और तब तक जलाना जब तक कि संपूर्ण विश्व दीपमय न हो जाए। यह बातें गायत्री ज्ञान मंदिर में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान गायत्री शक्तिपीठ की मुख्य प्रबंध ट्रस्टी पुष्प त्रिपाठी ने मीडियाकर्मियों से कही।
उन्होंने बताया कि सन 1926 केवल एक वर्ष नहीं, अपितु एक दिव्य अवतरण का वर्ष रहा है। जब युगऋषि पं. श्रीराम शर्मा आचार्य द्वारा अखंड ज्योति द्वारा प्राकट्य व एवं वन्दनीया माता भगवती देवी शर्मा का अवतरण हुआ। वर्ष 2026 में इन दिव्य सत्ताओं के आगमन का शताब्दी वर्ष पूर्ण हो रही है। यह केवल एक तिथि नहीं, बल्कि एक आवाहन, एक अवसर है, जिसमें उनके उद्देश्यों के संदेश को जन-जन तक पहुँचाना व उनकी युग निर्माण योजना को सक्रिय करना और शताब्दी वर्ष को एक वैचारिक पर्व के रूप में मनाना है।
जिसमें ज्योति कलश यात्रा इस शताब्दी वर्ष की आध्यात्मिक तैयारी है। ताकि हर साधक इसे जीवन का पुनर्निर्माण करने का अवसर बना सके। इसके तहत जिला गायत्री परिवार ट्रस्ट गोंडा के नेतृत्व में दिनांक 25 अगस्त 2025 से 09 सितंबर 2025 तक जनपद के सभी ब्लॉकों व नगर के विभिन्न क्षेत्रों में जन जागरण हेतु स्वागत और दीप महायज्ञ के कार्यक्रम सुनिश्चित किए गए हैं। इस हेतु सभी कार्यकर्ता प्राणप्रण से नवयुग निर्माण हेतु आ रही ज्योति कलश यात्रा की जिम्मेदारी का निर्वहन करने के लिए संकल्पित हैं।
उन्होंने कहा कि यह यात्रा केवल प्रतीक नहीं है, बल्कि यह संवेदनशील साधकों का संकल्प है, जो अपने जीवन को एक चलती-फिरती अखण्ड ज्योति बना देना चाहते हैं। यह यात्रा मनुष्यता को जगाने की, हृदयों को संवेदन शील बनाने की और जीवन को तपोमय दिशा में मोड़ने की एक सशक्त पहल है। गायत्री शक्तिपीठ की मुख्य प्रबंध ट्रस्टी पुष्प त्रिपाठी ने बताया कि जिला समन्वयक ठाकुर प्रसाद तिवारी और व्यवस्थापक रामतेज मिश्रा, भूपेंद्र प्रकाश आर्य, अनूप श्रीवास्तव, विनोद शर्मा, पंकज तिवारी आदि निरंतर कार्यकर्ताओं के बीच गोष्ठियों के माध्यम से कार्यक्रम को सफल बनाने की रणनीति में लगे हुए हैं।