कैथल (हरियाणा)। गुरुवार को हरियाणा के कैथल में अदालत ने ऐसा फैसला सुनाया जिसने पुलिस महकमे में हलचल मचा दी। हत्या के एक मामले की सुनवाई के दौरान जांच अधिकारी लगातार गवाही के लिए अदालत में पेश नहीं हो रहे थे। इस पर अदालत ने सख्त रुख अपनाते हुए SHO को सबक सिखाया।
जानकारी के अनुसार, सिरसा जिले के बड़ागुढ़ा थाने में तैनात SHO इंस्पेक्टर राजेश कुमार हत्या के एक मामले में जांच अधिकारी हैं। कई बार समन और नोटिस भेजे जाने के बावजूद वे कोर्ट में गवाही के लिए हाजिर नहीं हुए। गुरुवार को भी उनकी गैरमौजूदगी पर कैथल की अदालत ने कड़ा आदेश जारी करते हुए SHO को कोर्ट परिसर में ही बने बंदियों के लॉकअप में एक घंटे तक रखने का निर्देश दिया।
अदालत के आदेश पर SHO को उनकी वर्दी समेत लॉकअप में बैठा दिया गया। करीब एक घंटे तक वे वहीं सलाखों के पीछे बैठे रहे। इस दौरान मौजूद पुलिसकर्मी और कोर्ट कर्मचारी भी हैरान रह गए। मामला इतना अनोखा था कि लोग कुछ देर तक समझ ही नहीं पाए कि SHO जैसे अधिकारी को सलाखों के पीछे क्यों बैठाया गया है।
बाद में जब कोर्ट का लिखित आदेश SHO के पास पहुंचा, तब जाकर उन्हें लॉकअप से बाहर निकाला गया। यह पूरा घटनाक्रम कोर्ट परिसर में चर्चा का विषय बना रहा।
अदालत का यह कदम पुलिस अधिकारियों के लिए एक बड़ा संदेश माना जा रहा है कि न्यायिक प्रक्रिया की अवहेलना किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी।