लखनऊ। प्रदेश सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में एक बड़ा और राहत देने वाला फैसला लिया है। अब गरीब और वंचित वर्ग के बच्चों को निजी स्कूलों में मुफ्त दाखिला सिर्फ अपने वार्ड तक सीमित नहीं रहेगा। वे चाहें तो दूसरे वार्डों के निजी स्कूलों में भी दाखिला ले सकेंगे।
गरीब बच्चों को RTE के तहत सिर्फ अपने वार्ड के स्कूलों में दाखिला मिलता था।
कई बार वार्ड में पर्याप्त सीटें न होने से बच्चे दाखिले से वंचित रह जाते थे।
बच्चे अब दूसरे वार्डों में भी निजी स्कूलों में दाखिला ले पाएंगे।
अधिक विकल्प मिलने से दाखिले में कमी की समस्या खत्म होगी।
गरीब बच्चों को भी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का अवसर मिलेगा।
यह नई व्यवस्था शैक्षिक सत्र 2026-27 से लागू की जाएगी।
सरकार का कहना है कि शिक्षा हर बच्चे का अधिकार है। इस कदम से गरीब परिवारों के बच्चों को भी प्राइवेट स्कूलों में पढ़ने का सुनहरा मौका मिलेगा और समाज में शैक्षिक असमानता कम होगी।
लखनऊ ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश में यह बदलाव लाखों गरीब बच्चों के भविष्य को नई दिशा देगा।