यूथ इंडिया संवाददाता
अमृतपुर, फर्रुखाबाद। गंगा नदी का जलस्तर अब चेतावनी बिंदु से भी नीचे आ गया है फिर भी ग्रामीणों की समस्याएं बनी हुई हैं। प्रशासन लगातार ग्रामीणों की मदद के लिए तैयार खड़ा है। फिर भी गंगा नदी में आई बाढ़ के कारण फसले उजड़ गई। साथ साथ आम जनमानस पर संकट तो गहराया बेजुबानों के लिए भी हरे चारे की किल्लत हो गई। ग्रामीण अपने जानवरों के लिए 5 से 6 किलोमीटर की दूरी तय करके हरा चारा ले जा रहे हैं ग्रामीणों का बताना है कि सुबह वह 5:00 बजे घर से निकलते हैं 6 से 7 किलोमीटर डबरी जैनापुर महेशपुर हुल्लापुर आदि गांव के खेतों से हरा चारा लेकर अपने गांव अंबरपुर पहुंचते हैं ग्रामीण मूलचंद सुदेश भैया लाल राम प्रकाश ने बताया कि पूरे गांव में 250 से अधिक जानवर हैं। चारे का संकट गहराता जा रहा है। वही आज गंगा नदी में नरौरा बांध से 77233 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। जिससे गंगा नदी 136.55 मीटर पर बह रही है तथा रामगंगा नदी में खो बांध से 2760 हरेली बांध से 228 रामनगर बांध से 2888 टोटल 5876 क्यूसेक पानी छोड़ा गया जिससे रामगंगा के जलस्तर में 10त्न की गिरावट नजर आई तथा 134.80 पर रामगंगा नदी बह रही हैं। बीते दिन जिला अधिकारी ने मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को चारे व दवा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए थे लेकिन अब वह धरातल पर नहीं दिखाई दे रहा। जिससे ग्रामीणों पर संकट गहराता नजर आ रहा है।