फर्रुखाबाद| गंगा नदी का कटान लगातार जारी है और इसका सबसे अधिक असर ठटा की मड़ैया गांव पर पड़ा है। बाढ़ का पानी गांव के चारों तरफ फैल चुका है, जिससे ग्रामीण भय और दहशत में हैं। लोग अपने मकानों के गंगा में समा जाने के डर से कीमती सामान, दरवाजे और रोशनदान तक निकालकर सुरक्षित स्थानों पर रख रहे हैं।मड़ैया गांव के ग्रामीणों ने बताया कि अब तक लगभग 20 मकान गंगा की धार में कट चुके हैं और बाकी मकानों को भी लगातार खतरा बना हुआ है। गांववासियों ने बताया कि स्थिति बेहद गंभीर है और हर समय घरों के सुरक्षित रहने को लेकर तनाव बना रहता है।
गांव निवासी ने कहा, गंगा दिन-रात कटान कर रही है। घरों में छोटे-छोटे बच्चे हैं और हर पल डर बना रहता है। गांव तक आने-जाने का मार्ग भी कट चुका है, इसलिए अब लोगों को आवागमन के लिए नाव का सहारा लेना पड़ता है।”
ग्रामीणों ने प्रशासन से मुआवजे के साथ सुरक्षित रहने के लिए नई जमीन उपलब्ध कराने की मांग की है। एक अन्य ग्रामीण ने बताया कि गांव के चारों तरफ पानी भरा हुआ है और बाढ़ के कारण सड़कें भी टूट चुकी हैं। उन्होंने बांध बनाने और सुरक्षा के उचित इंतजाम करने की भी अपील की। वहीं, गांव का एकमात्र विद्यालय भी गंगा की धार में बहकर धराशाई हो गया है, जिससे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हुई है और उनका भविष्य संकट में है।
फर्रुखाबाद में डेढ़ माह से अधिक समय से बाढ़ का प्रकोप जारी है। हालांकि बीते एक सप्ताह से गंगा का जलस्तर धीरे-धीरे कम हो रहा है, लेकिन कई गांवों में पानी भरा हुआ है और कटान की समस्या गंभीर बनी हुई है।