फर्रुखाबाद। गंगा का जलस्तर अब धीरे-धीरे घटने लगा है, जिससे क्षेत्रीय लोगों को राहत की उम्मीद जगी है। म गंगा का जलस्तर 136.75 मीटर दर्ज किया गया था, जो शाम तक घटकर 136.65 मीटर पर पहुंच गया। जलस्तर में आई इस मामूली कमी ने बाढ़ प्रभावित ग्रामीणों को हौसला दिया है कि आने वाले दिनों में हालात पूरी तरह सामान्य हो सकते हैं।जलस्तर घटने की स्थिति को प्रभावित करने वाले आंकड़े भी सामने आए हैं।नरौरा बांध से करीब 71 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया था, जबकि बिजनौर बैराज से 45 हजार क्यूसेक और हरिद्वार बैराज से 62 हजार क्यूसेक पानी गंगा में आया। वहीं शाम को स्थिति कुछ बदली और नरौरा बांध से पानी का डिस्चार्ज 71,077 क्यूसेक रहा। इसके साथ ही बिजनौर बैराज से 65 हजार क्यूसेक और हरिद्वार बैराज से 53 हजार क्यूसेक पानी गंगा में छोड़ा गया।ग्रामीणों का कहना है कि जलस्तर में आई गिरावट से उन्हें राहत की उम्मीद मिली है। स्थानीय निवासी ने बताया कि पिछले कई दिनों से गंगा के पानी में बढ़ोतरी से लोग दहशत में थे, लेकिन अब हालात बदल रहे हैं। गांवों में पानी धीरे-धीरे कम हो रहा है और खेतों से भी पानी की निकासी शुरू हो गई है। लोगों को विश्वास है कि जल्द ही बाढ़ का संकट टल जाएगा और जीवन सामान्य पटरी पर लौट आएगा।हालांकि अभी भी कुछ निचले इलाकों में जलभराव की समस्या बनी हुई है और लोग असुविधा झेलने को मजबूर हैं। प्रशासन लगातार गंगा के जलस्तर पर नजर बनाए हुए है और बाढ़ नियंत्रण कक्ष सक्रिय है। राजस्व विभाग और तहसील प्रशासन की टीमों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत मदद पहुंचाई जा सके।