लखनऊ। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (एफएसडीए) की आयुक्त रोशन जैकब ने कार्यों में लापरवाही बरतने पर कानपुर मंडल के सहायक आयुक्त औषधि दिनेश कुमार तिवारी और कानपुर नगर की औषधि निरीक्षक रेखा सचान को पद से हटा दिया है। दोनों अधिकारियों को 11 नवंबर को कानपुर में हुई छापेमारी की कार्रवाई पूरी करने के बाद 17 नवंबर को मुख्यालय पर योगदान देने के निर्देश दिए गए हैं।
आयुक्त रोशन जैकब ने यह कार्रवाई उस समय की, जब कानपुर में मंगलवार को दवा कारोबारियों के यहां छापेमारी के दौरान कोडीन सीरप के अवैध भंडारण और बिक्री का खुलासा हुआ। एफएसडीए टीम ने इस दौरान मेसर्स अग्रवाल ब्रदर्स, मेसर्स मेडिसिना हेल्थ केयर, मेसर्स मोसाइको एजेंसीज और मेसर्स वेदांस फार्मास्युटिकल्स के गोदामों पर छापे मारे।
अग्रवाल ब्रदर्स के गोदाम से भारी मात्रा में कोडीन युक्त सीरप और नारकोटिक श्रेणी की दवाएं बरामद की गईं। वहीं एक्सपायर दवाएं भी वहीं रखी मिलीं। गोदाम में मालिक और दवाओं से संबंधित अभिलेख अनुपस्थित थे और कम्प्यूटर भी गायब कर दिया गया था। जांच में पता चला कि मेसर्स मेडिसिना हेल्थ केयर और मेसर्स मोसाइको एजेंसीज भी अग्रवाल ब्रदर्स के साथ कारोबार में शामिल थीं।
एफएसडीए आयुक्त ने बताया कि मोसाइको एजेंसीज पर पहले भी कोडीन युक्त कफ सीरप खरीदने की सूचना मिली थी, और मंगलवार की छापेमारी में यहां कई अनियमितताएं पाई गईं। इस पूरे मामले में चारों दवा फर्मों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज की गई है।
इसके अलावा, मेसर्स बालाजी मेडिकल्स, मेसर्स मां दुर्गा मेडिकोज, मेसर्स एएस हेल्थकेयर और मेसर्स आरएस हेल्थ केयर के खिलाफ पूर्व में दर्ज एफआईआर में भी एनडीपीएस एक्ट की धाराएं जोड़ने का निर्देश दिया गया है।






