– घरवालों ने स्नेक बाइट हेल्पलाइन 7017204213 पर किया था सम्पर्क
प्रवीन कुमार, जिला संवाददाता
इटावा (बकेवर): बकेवर थाना क्षेत्र के ग्राम शेरपुर कोठी निवासी शहजाद अली उम्र लगभग 80 वर्ष को घर में सुबह काम करते हुए दरवाजे पर बैठे किसी सांप (snake) ने हाथ की उंगली में काट लिया था जिसके बाद उन्होंने घरवालों को बताया कि मुझे किसी सांप ने काट लिया है इसके बाद घरवाले तुरंत ही बुजुर्ग को लेकर जिला अस्पताल (hospital) आ गए। गांव के ही किसी ग्रामीण ने सर्पदंश विशेषज्ञ डॉ आशीष त्रिपाठी का हेल्पलाइन नंबर उनके बेटे आसिफ को दिया था।
घरवालों ने सर्पमित्र डॉ आशीष से उनकी स्नेक बाइट हेल्पलाइन के व्हाट्सएप नंबर 7017204213 पर सांप के द्वारा काटे गए निशान की साफ फोटो भी भेजी जिसे देखकर डॉ आशीष ने परिजनों को बताया कि, घबराने की कोई बात नही है क्यों कि उंगली पर किसी भी प्रकार के जहरीले सर्पदंश जैसा कोई चिन्ह नजर नही आ रहा है जो कि एक अच्छी बात है डॉ आशीष ने आसिफ खान को फोन पर ही समझाया कि मरीज को कुछ भी नही होगा और वह जल्द ही ठीक हो जाएंगे। शहजाद अली ने बताया कि वे सानी लगाकर हाथ धोकर दरवाजे पर टंगे अंगोछे से पोंछने जा रहे थे तभी ऊपर बैठे सांप ने उन्हें काट लिया।
अधिक घबराहट ही बनती है सर्पदंश में मौत का कारण, डॉ आशीष ने बताया कि,सर्पदंश के अधिकतर मामलों में अत्यधिक घबराहट ही मृत्यु का कारण बनती है ऐसे में मरीज को समझाना बेहद ही आवश्यक होता है इसीलिए पूरे जनपद इटावा में उन्होंने राज्य आपदा (सर्पदंश) की इस गंभीर समस्या को देखते हुए अपने व्यक्तिगत मोबाइल नंबर को ही आम जनता को स्नेक बाइट हेल्पलाइन के रूप में उपलब्ध करा दिया है जिस पर संपर्क करके अब जनता बेहद सुरक्षित महसूस करती है और अब लोग कोई भी झाड़ फूंक नही कराते है बल्कि सीधे ही जिला अस्पताल या सैफई पीजीआई ही जाते है।
संस्था ओशन के सर्पदंश जागरूकता अभियान से आ रही सर्पदंश के मामलों में लगातार कमी
जनपद इटावा में संस्था ओशन द्वारा पिछले 7 वर्षों से चलाए गए सर्पदंश जागरूकता अभियान का बड़ा असर हुआ है। सर्पदंश पीड़ित अब सीधे ही जिला अस्पताल या सैफई PGI पहुंच जाते है जो कि, हमारी सामाजिक संस्था ओशन के लिए एक बहुत ही बड़ी सामाजिक उपलब्धि है। जिससे सर्पदंश से होने वाली मौत के मामलों में जनपद में लगातार गिरावट भी देखी जा रही है।
संस्था का भी अब यही एक लक्ष्य है कि भविष्य में सर्पदंश से लोगों की जान बचे और जनपद में किसी की भी मृत्यु सर्पदंश से न हो और भविष्य में हमारा जनपद इटावा पूरे प्रदेश में प्रथम सर्पदंश मुक्त जनपद के नाम से अपनी अलग ही पहचान भी स्थापित करे। डॉ आशीष ने बताया कि,उनके पास जनपद इटावा से ही नही बल्कि पूरे प्रदेश के अन्य जिलों से भी सर्पदंश में मदद के लिए कॉल आते रहते है।